कोरोना काल में भी आतंकी अपने चरम पर हैं. लेकिन इस बीच भारत के जवान भी आतंकियों को उन्हीं के शब्दों में करारा जवाब देने में लगे हुए हैं. दरअसल शनिवार से श्रीनगर के पंथा चौक इलाके में चल रही मुठभेड़ पर विराम लग गया है. इसमें आज भी सुरक्षाबलों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है, दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है. इस मुठभेड़ में शनिवार को जवानों ने एक आतंकी को मार गिराया था. आतंकियों के नापाक इरादे को ध्वस्त करने के लिए भारतीय सैनिक (Indian soldier) अब तक तीन को मौत की नींद सुला चुके हैं. लेकिन इस मुठभेड़ में एक भारतीय जवान के शहीद होने की भी खबर सामने आई है. जी हां एएसआई बाबू राम इस जंग में शहीद हो गए हैं.
बताया जा रहा है कि ये मुठभेड़ श्रीनगर के बाहरी इलाके में शनिवार को सुरक्षा बलों की तरफ से ‘नाका’ दल पर तब शुरू हुई जब आतंकियों की ओर से लगातार फायरिंग की जा रही थी. ऐसे में इन आतंकियों को सबक सिखाने के लिए भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी शुरू कर दी थी. जानकारी के मुताबिक आतंकियों की ओर से शनिवार की रात पांथा चौक इलाके में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त ‘नाका’ पर ये हरकत शुरू की गई थी. जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने इस क्षेत्र को पूरी तरफ से घेरते हुए तलाशी अभियान शुरू किया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस हालात में भी आतंकी लगातार अपने गलत इरादों को कामयाब बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं. जिसके जवाब में भारतीय सुरक्षाबल भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस मुठभेड़ से पहले शनिवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में भी आतंकियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई थी. जिसमें तीन आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ठिकाने लगा दिया था. जानकारी की माने तो पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम को इस इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी. इसके बाद प्लानिंग के मुताबिक टीम ने जदूरा इलाके को चारो तरफ से घेर लिया. ऐसे में जैसे ही सुरक्षाबल आतंकियों के इर्द-गिर्द पहुंचे उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिसमें आतंकियों को नुकसान का सामना करना पड़ा.
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस की ओर से बताया गया कि, “पुलवामा के जदूरा इलाके में एक मुठभेड़ के दौरान तीन अज्ञात आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया है. इसके साथ ही उनके पास से हथियार और गोला-बारूद जैसे कई सामान भी बरामद किए गए हैं. हालांकि “इस मुठभेड़ में एक सैनिक को बुरी तरह से चोट आई थी जिसके चलते मौके पर ही वो शहीद हो गए.”