मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले (Sri Krishna Janmabhoomi case) में एक पक्षकार और हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता (Vishnu Gupta) को तीन कारतूसों के साथ जान से मारने की धमकी वाली चिट्ठी मिली है. धमकी मिलने के बाद पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस (East Delhi District Police) ने मामले में शिकायत दर्ज कर ली है.
हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता का कहना है कि उनके पूर्वी दिल्ली स्थित घर एक पार्सल आया. उसमें तीन जिंदा कारतूस के साथ जान से मारने की धमकी भरा पत्र है. पत्र पार्सल उनके मधु विहार IP एक्सटेंशन वाले पते पर भेजा गया है.
पत्र के साथ भेजी तीन गोलियां
धमकी भरे पत्र में लिखा है,’बाबरी तो शहीद हो गई अब किसी मस्जिद को शहीद नहीं होने देंगे. विष्णु गुप्ता तू ईदगाह मस्जिद मथुरा का केस वापस ले ले! नहीं तो तुझे मार दिया जाएगा. तू इतना समझदार तो होगा कि जब ये तीन गोलियां तेरे पास तक पहुंच गई हैं तो चौथी गोली तेरे सर में पहुंचाने में वक्त नहीं लगेगा.’
अगली गोली तेरे सिर में होगी
चिट्ठी में आगे लिखा है,’अल्ला हु अकबर! आज मैं तुझे तीन गोलियां भेज रहा हूं अगली गोली तेरे सिर में होगी. बाबरी तो शहीद हो गई अब और किसी मस्जिद को शहीद नहीं होने देंगे.’
क्या है श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद?
बता दें कि काशी और मथुरा का विवाद भी कुछ-कुछ अयोध्या की तरह ही है. हिंदुओं का दावा है कि काशी और मथुरा में औरंगजेब ने मंदिर तुड़वाकर वहां मस्जिद बनवाई थी. औरंगजेब ने 1669 में काशी में विश्वनाथ मंदिर तुड़वाया था और 1670 में मथुरा में भगवा केशवदेव का मंदिर तोड़ने का फरमान जारी किया था. इसके बाद काशी में ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद बना दी गई.