सालों के बाद पूरी दिल्ली पुलिस किसी एक मर्डर केस में एक साथ काम में लग गई है. दिल्ली के 15 जिलों के 178 थाने एक साथ एक लाश के टुकड़े तलाश रहे हैं. श्रद्धा मर्डर केस में दिल्ली पुलिस की जांच आसान नहीं है. अभी तक श्रद्धा के शरीर के बाकी टुकड़े नहीं मिल पाए इसलिए अब दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर ने एक स्पेशल ऑर्डर जारी किया है. दिल्ली पुलिस के 15 जिलों के 178 थानों की पुलिस को आदेश दिया गया है कि वो फौरन पता करें कि इस साल मई से लेकर जुलाई तक उनके थाना इलाके में कितनी अज्ञात लाश या किसी लाश के टुकड़े बरामद हुए हैं. उन लाशों या लाशों के टुकड़ों का क्या रिजल्ट रहा है.
ये प्रोसेस इसलिए किया जा रहा है कि कही श्रद्धा के शव के टुकड़े किसी दूसरे जिले में तो नहीं पहुंच गए या कातिल ने मौकाए वारदात से कहीं कोसो दूर तो इन्हे नहीं फेंक दिया है. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब ने पुलिस के सामने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस पूछताछ में आफताब ने बताया कि वो नशे का आदी है. नशा करने खासकर गांजा पीने को लेकर अकसर श्रद्धा उसे टोका करती थी. आफताब ने पूछताछ में बताया कत्ल यानी 18 मई के दिन भी आफताब ने नशा किया हुआ था.
श्रद्धा का चिल्लाना नहीं आया आफताब को पसंद
जांच में बताया कि 18 मई को आफताब और श्रद्धा के बीच पहले घर के खर्च चलाने और मुंबई से कुछ सामान दिल्ली कौन लाएगा इसको लेकर दिन भर लड़ाई हुई. जिसके बाद आफताब घर के बाहर गया, और गांजे की सिगरेट पीकर फिर घर वापिस आ गया. आफताब ने बताया वो श्रद्धा को मारना नहीं चाहता था पर श्रद्धा उसके ऊपर चिल्लाए जा रही थी जिस पर उसे अचानक गुस्सा आया और उसने श्रद्धा का गला इतनी तेज दबाया कि उसने सांस लेना बंद कर दिया.
आफताब ने 18 मई को रात 9 से 10 बजे के बीच गला दबाकर श्रद्धा की हत्या की और रात भर बॉडी के पास बैठकर गांजे से भरी सिगरेट पीता रहा.
उत्तराखंड जा सकती है दिल्ली पुलिस की टीम
दिल्ली पुलिस की टीम उत्तराखंड के देहरादून जा सकती है. पुलिस पूछताछ में आफताब ने श्रद्धा की बॉडी के कुछ पार्ट्स देहरादून फेंकने का भी दावा किया था. जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली पुलिस की एक टीम देहरादून जा सकती है.