सनातन धर्म के शास्त्र गौतम और आपस्तम्ब धर्मसूत्र के अनुसार कुछ ऐसे काम बताए गए हैं, जो महिलाओं को नहीं करने चाहिए। आचार्य चाणक्य ने भी अपनी नीतियों में बहुत सारे ऐसे कामों का उल्लेख किया है, जो स्त्रियों के लिए वर्जित हैं। ये गलतियां करने से हर वर्ग की महिलाओं को बचना चाहिए….
1. चाणक्य नीति में कहा गया है, शारीरिक संबंध बनाने के बाद महिलाओं को आवश्यक रूप से स्नान करना चाहिए।
2. रात को बिस्तर पर लेटते ही बहुत सी महिलाओं की आदत होती है बंधे बालों को खोल देती हैं। फिर सोती हैं। पुराणों के अनुसार इससे व्यक्तित्व पर द्वेषपूर्ण प्रभाव पड़ता है। निगेटिव ऊर्जा सक्रिय हो जाती है।
3. पुराणों और स्मृतियों में कहा गया है हल्दी अथवा उबटन लगाने के बाद महिलाओं को स्नान करने के बाद ही घर से निकलना चाहिए अन्यथा बुरी शक्तियां उनकी ओर मोहित हो जाती हैं।
4. रात को सोने से पहले इत्र अथवा डियो न लगाएं। नकारात्मक शक्तियां सुंगध की तरफ जल्दी आकर्षित होती हैं।
5. विष्णु पुराण में कहा गया है, सूर्यास्त के बाद श्मशान और चौराहों के आस-पास नहीं जाना चाहिए। संध्या या रात के समय यहां तंत्रिक क्रियाएं होती हैं।धर्मसूत्र और स्मृति ग्रंथों के अनुसार मेहंदी की ओर ऊपरी बाधाएं अपना प्रभाव रखती हैं। मेहंदी लगाकर नहीं सोना चाहिए।