एएसआई (ASI) टीम सोमवार को जिला जज की अदालत में पहुँची है। जानकारी के मुताबिक एएसआई ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे से जुड़ी रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी है। इसके रिपोर्ट के बाद ज्ञानवापी (Gyanvapi Case) का सच सामने आने की उम्मीद जग गई है।
बताया जा रहा है कि इससे पूर्व एएसआई ने रिपोर्ट सौंपने के लिए अदालत से तीन बार समय मांगा था जिसके बाद जिला जज की अदालत ने रिपोर्ट सौंपने के लिए 18 दिसंबर की तिथि तय कर दी थी।
वहीं इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में एक याचिका दायर कर दी है। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जो रिपोर्ट एएसआई ने भेजी है वो सीलबंद होनी चाहिये और उसे सार्वजनिक ना किया जाए।
एएसआई के वकील ने 11 दिसंबर को कोर्ट में बताया था कि ASI के सुपरिटेंडिंग आर्कियॉलजिस्ट अवनीश मोहंती की तबीयत खराब हो गई है और उनका ब्लड प्रेशर भी हाई है। ऐसे में कोर्ट हमें अगली तारीख दे। इस पर जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने 18 दिसंबर की तारीख दी थी। एएसआई को आज कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
तीन माह तक चला सर्वे
कोर्ट के आदेश पर ज्ञान परिसर में सील वजूखाने को छोड़कर शेष परिसर का सर्वे एएसआई ने 4 अगस्त को शुरू किया था, जो 2 नवंबर तक चला। इस दौरान ज्ञानवापी की बाहरी दीवारों, पश्चिमी दीवार, मीनार, गुंबद, तहखानों आदि की जांच परंपरागत तरीकों और जीपीआर तकनीक से किया। इस पूरे सर्वे का नेतृत्व एएसआई के अपर महानिदेशक अलोक त्रिपाठी ने किया।