लखीमपुर कांड मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। किसानों को थार जीप से कुचले जाने के बाद सुर्खियों में आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के साथ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी उछला है। लखीमपुर कांड को लेकर एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिका में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के साथ उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ आईपीएसी की धारा 302, 34, 149 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया कि अजय मिश्र टेनी ने लखीमपुर खीरी घटना के 4 दिन पहले ही किसानों को घमकी दी थी। याचिका में कहा गया है कि लखीमपुर हिंसा को एक सोची समझी साजिश के तहत अंजाम देना बताया गया है। केशव मौर्य का नाम भी इस मामले में पहली बार जोड़ने की कोशिश की गई है। केशव मौर्य ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी।
गौरतलब है कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। एसआईटी की जांच में बताया गया कि पूरे मामले को एक साजिश तहत घटना को अंजाम दिया। इसके बाद आशीष मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। गैरइरादतन हत्या मामले की कुछ धाराओं को हटा कर गंभीर धारायें जोड़ दी गयीं। एसआईटी जांच में लखीमपुर खीरी कांड को साजिश का हिस्सा बताने के बाद से ही गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी को लेकर विपक्ष लामबंद हो रहा है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बीएसपी इसको लेकर लगातार मांग कर रहे हैं।