विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जेडी-एस के फरार सांसद और हासन से उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना की विदेश में तलाश तेज कर दी है। इस बीच अश्लील वीडियो कांड की तीन और पीड़ितों ने एसआईटी से संपर्क किया है।
सूत्रों ने कहा कि एचडी रेवन्ना की गिरफ्तारी के बाद पीड़ितों ने एसआईटी से संपर्क किया है। अधिकारी जल्द ही उनके बयान दर्ज कर सकते हैं। इस संबंध में अभी और जानकारी सामने आना बाकी है। ऐसी अफवाहें हैं कि अपने पिता जेडी-एस विधायक एचडी रेवन्ना की गिरफ्तारी के बाद प्रज्वल रेवन्ना जल्द ही अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि एसआईटी की एक टीम प्रज्वल रेवन्ना की गतिविधियों के बारे में जुटाई जानकारी के आधार पर पहले ही एक विदेशी स्थान पर पहुंच चुकी है। टीम स्थानीय एजेंसियों और सीबीआई के समन्वय से उसे गिरफ्तार करेगी। ट्रैक किया गया स्थान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट था। प्रज्वल रेवन्ना अपना स्थान बदल रहा है।
सूत्रों के अनुसार, प्रज्वल रेवन्ना रविवार को मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंच सकते हैं। हालांकि, एसआईटी सूत्रों का कहना है कि उनके पास यह भी जानकारी है कि प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनाव के बाद ही वापस आएंगे। भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। एसआईटी ने भी कोई जोखिम न लेते हुए देश के सभी एयरपोर्टों पर हाई अलर्ट रखा है। प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार अपहृत बुजुर्ग महिला के बयान के आधार पर एसआईटी के एक और एफआईआर दर्ज करने की संभावना है। रेस्क्यू की गई महिला से जुड़े कथित वीडियो से पता चलता है कि वह जोर-जोर से रोने और बार-बार ऐसा कृत्य न करने की अपील कर रही है। इसके बाद भी प्रज्वल रेवन्ना ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
वीडियो में दिखाया गया है कि महिला उसके पैर पकड़ने का प्रयास कर रही। उससे कह रही है कि उसने खाना बनाया है और उसके परिवार के सदस्यों को खिलाया है। उसे उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। इस वीडियो के सामने आने के बाद से लोगों में आक्रोश है। दूसरी एफआईआर में शादीशुदा पीड़िता (जो जेडी-एस से जुड़ी एक स्थानीय नेता है) ने अपने भयावह अनुभव के बारे में बताया। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) में दर्ज कराई गई शिकायत में पीड़िता ने कहा कि उसने शिकायत करने की हिम्मत नहीं की थी, क्योंकि प्रज्वल रेवन्ना ने उसे बलात्कार का वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ पहली एफआईआर राज्य महिला आयोग द्वारा शिकायत पर आधारित है।