मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभागों के समन्वय के साथ बड़ा अभियान चलाया जाए। एक टीम के रूप में बेहतर कार्ययोजना तैयार की जाए। यह कार्ययोजना छह दिनों में तैयार कर ली जाए। अभियान प्रारंभ करने से पूर्व मुख्यमंत्री खुद प्रदेश के सभी 734 नगरीय निकायों से संवाद करेंगे। सीएम गुरुवार को सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के मद्देनज़र पुलिस, ट्रैफिक और परिवहन विभाग के मंत्रियों और आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के असामयिक निधन से पूरा परिवार प्रभावित होता है। यह क्षति न हो इसके लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा के नियमों का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित कराया जाए। इस अभियान के बाद त्रैमासिक सड़क सुरक्षा सप्ताह का कार्यक्रम जारी रखा जाएगा।
हर मेडिकल कालेज में 30 बेड इमरजेंसी के हों
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर मेडिकल कॉलेज में न्यूनतम 30 बेड के इमरजेंसी ट्रॉमा केयर सेंटर का विकास किया जाए। यातायात विभाग को सशक्त बनाने के लिए पुलिस रेगुलेशन में संशोधन भी किया जाए। यातायात विभाग के पास इंटरसेप्टर जरूर हों। डग्गा मार बसों का संचालन रोकें।