बीते साल 24 फरवरी को शुरू हुई रूस-यूक्रेन जंग में हर दिन नया मोड़ देखने को मिल रहा है। हाल ही में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने युद्ध अपराध के आरोप में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया। वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मॉस्को का दौरा किया तो जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कीव का दौरा किया। दूसरी ओर, पश्चिमी देश और अमेरिका लगातार यूक्रेन को सैन्य मदद दे रहे हैं। ब्रिटेन देश में चार स्थानों पर यूक्रेनी सैनिकों को बुनियादी सेना कौशल प्रदान कर रहा है।
‘कौशल और अनुभव से लैस करने के लिए बुनियादी प्रशिक्षण’
ब्रिटेन ने साल के अंत तक यूक्रेन के 20 हजार कर्मियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। वह भर्ती हुए दस हजार यूक्रेनी सैनिकों को 27 जून से प्रशिक्षित कर चुका है। ब्रिटेन की ट्रेनिंग टीम के कमांडिंग ऑफिसर मेजर ट्रकर मिडलटन ने बताया, “यह प्रशिक्षण बहुत बुनियादी है। जो भी भर्ती होते है, उनके पास बहुत कम सैन्य अनुभव होता है। हम उन्हें नागरिक के रूप में ही देखते हैं और फिर उन्हें सही जरूरी कौशल और अनुभव से लैस करने के लिए बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, ताकि वे अपनी मातृभूमि की रक्षा कर सकें।” उन्होंने यह भी कहा कि नए भर्ती यूक्रेनी सैनिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि कुछ हफ्तों की है।
यूक्रेनी सैनिकों के लिए प्रशिक्षण में क्या सिखाया जा रहा?
ब्रिटेन के साथ ही कनाडा और लिथुआनिया के सैन्य दल भी यूक्रेनी सैनिकों को जरूरी प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं। कनाडा की टीम के कमांडिंग ऑफिसर मेजर जुर्गेन मिरांडा ने कहा, “प्रशिक्षण बुनियादी सैन्य कौशल पर केंद्रित है। इसलिए हमारा मुख्य उद्देश्य इन सैनिकों को युद्ध के मैदान में गोली चलाना, स्थानांतरित करना, संवाद करना और देवा देना सिखाना है, ताकि वे इस युद्ध में प्रभावी ढंग से लड़ सकें। हमारी कोशिश है कि इस प्रशिक्षण के खत्म होने तक वे युद्ध के मैदानी ज्यादा प्रभावी और घातक साबित हों और अपने देश की रक्षा करने में सक्षम हों। प्रशिक्षण में हथियारों की हैंडलिंग, युद्ध के मैदान में प्राथमिक चिकित्सा, फील्डक्राफ्ट, गश्त रणनीति आदि शामिल है।”
प्रशिक्षण में सिखाई जा रही सेना की रक्षात्मक रणनीति: यूक्रेनी सैनिक
मिरांडा ने कहा, “हम पहले ही 10 हजार यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षित कर चुके हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि युद्ध के मैदान में 20 हजार से ज्यादा सैनिकों के लक्ष्य के साथ यह संख्या बढ़ती रहेगी।” ब्रिटेन में प्रशिक्षण को लेकर एक यूक्रेनी सैनिक इगोर ने कहा, “यह मेरे लिए एक कीमती और दिलचस्प अनुभव है। हमें अपने सहयोगियों द्वारा अपनी जमीन की रक्षा करना और सेना की रक्षात्मक रणनीति सिखाई जा रही है। हम इस समय यहां शहरी परिचालन (ऑपरेशन) पर प्रशिक्षण ले रहे हैं।” इगोर, ओडेसा (यूक्रेन) के मूल निवासी हैं। उन्होंने बताया कि वह सेना में शामिल होने से पहले हस्थनिर्मित चमड़े की वस्तुएं बनाते थे।