समाजवादी पार्टी संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अनेक नेताओं ने यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
रामगोपाल यादव ने बताया कि माननीय नेता जी हमारे बीच नहीं रहे. उनका पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा लखनऊ इक्स्प्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई के लिए जाएगा. उनका अंतिम संस्कार कल 11 अक्तूबर को अपरान्ह 3 (तीन) बजे सैफई में होगा. अंतिम दर्शन के लिए आज माननीय नेता जी का शव उनके सैफई आवास पर रखा जाएगा और मंगलवार को सैफई पंडाल में.
सपा के आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में सपा अध्यक्ष और मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव के हवाले से इसकी जानकारी दी गई. अखिलेश ने ट्वीट में कहा कि मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे. मुलायम सिंह यादव अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें दो अक्टूबर को निम्न रक्तचाप और ऑक्सीजन की कमी की शिकायत पर अस्पताल के आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था और तब से वह जीवन रक्षक दवाओं पर थे.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर समाजवादी पार्टी में शोक की लहर है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ट्वीट कर यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. साधारण परिवेश से आए मुलायम सिंह यादव जी की उपलब्धियां असाधारण थीं. ‘धरती पुत्र’ मुलायम जी जमीन से जुड़े दिग्गज नेता थे. उनका सम्मान सभी दलों के लोग करते थे. उनके परिवार-जन व समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक ट्वीट में कहा कि अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री रहते हुए मेरा मुलायम सिंह यादव जी से कई बार संवाद हुआ. यह करीबी रिश्ता जारी रहा और मैं हमेशा उनके विचारों को सुनने के लिए उत्सुक रहता था. उनके निधन से मुझे पीड़ा हुई है. उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है. ओम शांति.