यूक्रेन और रूस के बीच 53वें दिन भी भीषण जंग जारी है. यूक्रेन के कई शहर बर्बाद हो चुके हैं. कई शहरों में हालात बेहद ही खराब हैं. वही रूसी हमले से मारियुपोल लहूलुहान हो गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि मारियुपोल में स्थिति “अमानवीय” है. जेलेंस्की ने एक बार फिर अपने सहयोगी देशों से शहर को रूसी सेना से बचाने के लिए भारी हथियार उपलब्ध कराने की अपील की. उन्होंने अन्य देशों के नेताओं से जितनी जल्दी हो सके हथियार उपलब्ध कराने या शांति की दिशा में रूस को आगे की बातचीत के लिए मजबूर करने के लिए हस्तक्षेप करने पर जोर दिया.
जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से फिर मांगे हथियार
रूसी सैनिकों ने हमले के शुरुआती दिनों से ही मारियुपोल में नाकाबंदी बनाए रखी है. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से तुरंत भारी हथियार उपलब्ध कराने की अपील की है ताकि रूसी सैनिकों को मुकाबला किया जा सके. शहर पर नियंत्रण को लेकर लड़ाई में फंसे नागरिक भूख और प्यास से तड़प रहे हैं. नागरिकों को इस युद्ध की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. ज़ेलेंस्की ने यह भी घोषणा की है कि गोलाबारी से नष्ट हुए क्षेत्रों में आवास के पुनर्निर्माण के लिए एक बड़े पैमाने पर परियोजना चलाई जा रही है. यह घोषणा तब हुई जब रूसी सेना ने यूक्रेनियन और उनके पश्चिमी समर्थकों को जवाब देते हुए शनिवार को कीव और उससे सटे इलाकों में हमलों को तेज कर दिया.
कीव, मारियुपोल समेत कई शहर लहूलुहान
रूसी सैनिको के कीव छोड़ने के करीब दस दिन बाद ही शनिवार को यूक्रेन की राजधानी एक बार फिर हमलों से दहल गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कीव के पूर्वी हिस्से दारनित्स्की में रूसी सेना की ओर से कई धमाके किए गए हैं. राजधानी कीव समेत कम से कम आठ शहरों पर रूसी सैनिकों ने हवाई हमले किए. यूक्रेन की सरकार का दावा है कि इन हमलों की वजह से कई निर्दोष नागरिकों की जान गई हैं, वहीं सैकड़ों लोग जख्मी हुए हैं. बता दें कि 24 फरवरी से सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद से रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं.