देश के कई राज्य इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ की समस्या से घिरे हुए हैं। इनमें गुजरात, महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा तेलंगाना, कर्नाटक और राजस्थान के कुछ इलाके भी इसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं। कई राज्यों में इसकी वजह से कई लोगों की जान चली गई हैं। अकेले असम में ही बाढ़ और भूस्ख्लन से करीब 200 लोगों की मौत हो गई है। कई इलाकों में लगातार होती बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है। गुजरात के छोटा उदयपुर में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ से पुल का हिस्सा भी ढह गया। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन से सहयोग कर रही हैं। गुजरात की स्थिति काफी खराब है। यहां के आधा दर्जन जिले भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसको देखते हुए सीएम भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों की बैठक भी ली है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने गुजरात, कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ओडिशा, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र, कर्नाटक, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र कच्छ और मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तर पूर्वी राज्यों समेत पश्चिम बंगाल, झारखंड, रायलसीमा, पुडुचेरी, तमिलनाडु केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, राजस्थान और हिमाचल में भी तेज बारिश हो सकती है।
गुजरात के कई जिलों में लगातार होती भारी बारिश ने स्थिति खराब कर दी है। यहां के कई इलाके जलमग्न है। राज्य के वलसाड, नडियाद, खेड़ा, तापी, नवसारी, अहमदाबाद में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तापी जिले के पंचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया है। वलसाड में एनडीआरएफ के साथ स्थानीय टीम भी काम कर रही हैं। बाढ़ के हालात को देखते हुए गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्य के आपातकालीन संचालन केंद्र के जिला कलेक्टरों के साथ एक बैठक की है। इसमें छोटाउदेपुर समेत दक्षिण गुजरात में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई।