भारत और चीन (India China) के बीच एलएसी (LAC) क्षेत्र में सीमा विवाद (Border Dispute) के बीच एक बार फिर मोल्डो में कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता शुरू हो गई है. भारत-चीन के बीच 12वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत हो रही है. LAC के अलावा गोगरा और हॉट स्प्रिंग में विघटन (डिसइंगेजमेंट) को लेकर दोनों देशों के बीच चर्चा होने की उम्मीद है. पिछले दिनों एलएसी विवाद को खत्म करने के लिए चीन ने 26 जुलाई को बातचीत करने का सुझाव दिया था, जिसे भारत ने कारगिल विजय दिवस के चलते खारिज कर दिया था. भारत ने चीन से नई तारीख तय करने के लिए कहा था. अब 12वें दौर की यह बातचीत हो रही है. दोनों देशों के बीच अब तक कुल 11 दौर की बातचीत हो चुकी है. इन बातचीत की वजह से ही कई जगह पर दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी हैं, लेकिन अब भी डेपसांग प्लेंस, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स में तनाव बरकरार है.
गौरतलब है कि पिछले साल मध्य जून में गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे और चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे. हालांकि, चीन ने टकराव में मारे गए सैनिकों की वास्तविक संख्या की जानकारी नहीं दी थी. इसके बाद से अलग-अलग सीमा क्षेत्रों में भारत और चीन के बीच तनाव बरकरार है. इससे पहले 30 जुलाई को चीन में कस्टम अधिकारियों ने अक्साई चिन और अरूणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाने वाले विश्व नक्शे की एक बड़ी खेप जब्त की थी. इन नक्शों को चीन से बाहर निर्यात किया जाना था. चीन, अरूणाचल प्रदेश के दक्षिण तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है. भारत इस दावे को सिरे से खारिज करता आया है. भारत का कहना है कि अरूणाचल प्रदेश इसका अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है.