मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई इलाकों में पिछले 48 घंटों से हो रही झमाझम बारिश (Heavy rain) से बेतवा नदी (Betwa River) ने विकराल रूप धारण कर लिया। राजघाट एवं माताटीला बांध (Rajghat and Matatila Dam) से पिछले चौबीस घंटे में करीब 4.5 लाख क्यूसेक पानी बेतवा में छोड़ा गया। पानी बाहर निकालने के लिए माताटीला बांध के 18 गेट इस मानसूनी सीजन में पहली दफा 16 फुट ऊंचाई पर खोले गए। उधर, बेतवा के जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी को देखते हुए निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।
माताटीला बांध के एक्सईएन मो.फरीद के मुताबिक मंगलवार को राजघाट बांध से 407896 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इसके चलते माताटीला बांध के सारे गेट खोल देने पड़े। यहां 18 गेट 16 फुट की ऊंचाई पर खोले गए जबकि दो गेट 6 फुट एवं तीन गेट 4 फुट की ऊंचाई पर खोले गए हैं। भीषण गर्जना के साथ यहां से पानी बेतवा में गिर रहा है। सुकुवां-ढुकुवां बांध से भी बड़ी तादात में पानी छोड़ा जा रहा है। उधर, बेतवा में बहाव तेज होने से नदी के किनारे बसे गांवों के लिए एलर्ट जारी कर दिया गया है। नदी के किनारे स्थित थानागांव, कड़ेसराकलां, वर्मा विहार, भैंसनवारा कलां, भैंसनवारा खुर्द, उगरपुर, कंधारीकलां, गेवरा गुंदेरा आदि गावों में मुनादी करवा कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया है।
सैलानियों का लगा तांता
माताटीला बांध से करीब सोलह फुट ऊंचाई से पानी गिरने से वहां अद्भूत जल प्रपात सा नजारा पैदा हो गया। भीषण गर्जना के साथ लाखों क्यूसेक पानी बेतवा में गिर रहा है। यह रोमांचक दृश्य देखने झांसी समेत आसपास से बड़ी संख्या में लोग यहां उमड़ रहे। सुकुवां ढुकुवां से भी पानी को गिरते देखने का रोमांच महसूस करने के लिए भी यहां सैलानी पहुंच रहे हैं।
थाना गांव जाने का रास्ता हुआ बंद
बांध से पानी छोड़े जाने के कारण थाना गांव जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। रास्ते के ऊपर लगभग तीन फीट पानी था। इसके बंद हो जाने से सुबह गांव के बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया। गांव के अधिकांश बच्चे माताटीला एवं केंद्रीय विद्यालय में पढ़ते हैं। वहीं, पानी छोड़े जाने से बबीना जाने का रास्ता भी बंद हो गया। यहां शिवजी के मंदिर तक पानी पहुंच गया।