कोरोना वायरस चीन से निकला और इसने दुनियाभर में लाखों लोगों की जिंदगी ले ली। हालांकि, भारत में कोरोना वायरस सीधे चीन से नहीं बल्कि कुछ अन्य देशों के जरिए पहुंचा। आईआईटी की एक रिपोर्ट से पता चला है कि शुरुआत में कोरोना वायरस के अधिकतर केस दुबई और ब्रिटेन जैसे देशों से आए।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)- मंडी द्वारा किए गए विश्लेषण में कहा गया है कि दुबई और ब्रिटेन से आए यात्री भारत में कोविड- 19 संक्रमण लाने वाले प्रारंभिक स्रोत रहे हैं। जर्नल ट्रैवल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार भारतीय राज्यों में कोविड- 19 का आगमन मुख्य रूप से दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों से हुआ।
स्टडी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तमिलनाडू, दिल्ली, आंध्र प्रदेश के संक्रमित केसों की समुदाय से बाहर बीमारी फैलने में भूमिका कम रही, जबकि गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक ने लोकल ट्रांसमिशन में अहम भूमिका निभाई और उनकी वजह से कुछ केस दूसरे राज्यों में भी गए।
आईआईटी- मंडी में सहायक प्राध्यापक सरिता आजाद ने बताया कि हमने वैश्विक स्तर से राष्ट्रीय स्तर पर कोविड- 19 के प्रसार का अध्ययन किया और भारत में संक्रमण फैलने के मुख्य कारणों की पहचान की। रोगियों के यात्रा इतिहास का इस्तेमाल कर पहले चरण में कोविड- 19 के प्रसार के बारे में पता लगाया और पाया कि अधिकतर संक्रमण स्थानीय स्तर पर फैला है।
उन्होंने कहा, शोध दल ने आंकड़ों के प्रारंभिक स्रोत के रूप में रोगियों के जनवरी से अप्रैल तक के यात्रा इतिहास का उपयोग किया और महामारी के प्रारंभिक चरण में प्रसार का चित्रण करता एक सामाजिक नेटवर्क तैयार किया। अध्यनन में पाया गया कि अधिकतर संक्रमितों का संबंध दुबई (144) और ब्रिटेन (64) से था।
आजाद ने कहा कि डेटा के स्टैटिकल मैट्रिक्स से पता चला कि भारत में कोरोना वायरस फैलाने में दुबई और ब्रिटेन की भूमिका अधिक रही और शुरुआत में कोविड- 19 संक्रमित व्यक्ति इन्हीं देशों से अधिक आए। 25 मार्च से 14 अप्रैल, लॉकडाउन के पहले भेज में तमिलनाडु, दिल्ली, आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक कंफर्म केस मिले।