पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने फिर से कश्मीर राग छेड़ा है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि यदि भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर में फिर से पहले की स्थिति बहाल होने का रोडमैप मिले तो वह बातचीत कर सकते हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने हालांकि इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। गौरतलब है कि भारत सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। इसको लेकर पाकिस्तान में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी। भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान ने राजनयिक रिश्ते को सीमित कर दिया था और द्विपक्षीय व्यापार को स्थगित कर दिया था।
बता दें कि पाकिस्तान में एक बार फिर आज मीडिया सरकार के निशाने पर है। स्वतंत्र मीडिया को अंकुश में रखने के लिए सरकार द्वारा नए कानून प्रस्तावित किए जा रहे हैं। अब लाया गया पाकिस्तान मीडिया विकास प्राधिकरण अध्यादेश तो पत्रकारों के खिलाफ जैसे युद्ध की घोषणा है। अंग्रेजी दैनिक डॉन का संपादकीय कहता है, ‘लागू होने पर यह जबर्दस्त सेंसरशिप के जरिये प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आलोचना और विरोध की आवाजों को खामोश कर देगा, और केवल लचीले मीडिया को ही जीवित रहने की अनुमति देगा। सूचनाओं (कथाओं) को नियंत्रित करने का यह नग्न प्रयास लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की तार्किकता की अंतड़ियां निकाल देगा, जो जनहित के प्रहरी के रूप में सत्ता की ज्यादतियों और कामकाज पर नजर रखता है।’
पाकिस्तान ने किया घरेलू वैक्सीन बनाने का दावा
पाकिस्तान ने कोरोना वायरस की घरेलू वैक्सीन बनाने का दावा किया है। इसका नाम पाकवैक रखा गया है। मंगलवार को एक समारोह के दौरान इसे लॉन्च भी कर दिया गया। इस वैक्सीन के बारे में जानकारी डॉक्टर फैसल सुल्तान ने दी। सुल्तान प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य सलाहकार भी हैं। इसके पहले पाकिस्तान चीन और रूस से वैक्सीन खरीद रहा था। हालांकि, सुल्तान ने इस वैक्सीन की एफिकेसी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।