पणजी: हाल ही में एक चौकाने वाला मामला गोवा से सामने आया था। जी दरअसल यहाँ गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से एक महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया गया लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते शिशु को 24 घंटे के भीतर ही खोज निकाला गया। खबरों के अनुसार पुलिस ने ग्रामीण उत्तरी गोवा के सालेली गांव में एक महिला (विश्रंती गावस) के घर से शिशु को बरामद किया और अपहरण करने वाली महिला को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इस घटना के होने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पुलिस की तारीफ़ की है।
उन्होंने इस घटना को “सबसे बड़ी तलाशी” के रूप में बताया और पुलिस की जमकर तारीफ की है। जी दरअसल उन्होंने हाल ही में कहा कि, ‘मैं गोवा पुलिस को राज्य में सबसे बड़े अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने और 24 घंटे के भीतर एक महीने के बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए बधाई देता हूं। नागरिकों की सेफ्टी और सिक्योरिटी हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।’
क्या है मामला- इस मामले में पुलिस का कहना है कि, ”आरोपी महिला नवजात को अपना बच्चा बताना चाहती थी। ” वही दूसरी तरफ उत्तर गोवा के पुलिस अधीक्षक शोबित सक्सेना ने बताया कि, ”24 घंटों के भीतर टीमें सालेली गांव में पहुंच गईं और विवरण के अनुसार एक संदिग्ध नवजात की पहचान की गई। संदेह की पुष्टि तब हुई जब मां ने भी बच्चे की पहचान कर ली। इसके बाद नवजात को बचाया गया और विश्रंती गावस के रूप में पहचानी गईसंदिग्ध महिला को पकड़ लिया गया।” मिली जानकारी के तहत बच्चे का अपहरण उस समय हुआ जब मां ललिता नाइक ने बच्चे को दूसरी महिला को सौंप दिया और वह अस्पताल परिसर के कॉफी शॉप से समोसा खरीदने गई।
इस दौरान जैसे ही वह वापस लौटी तो महिला और बच्चा दोनों ही गायब थे। इस मामले में नाइक ने कहा कि वह उस महिला को नहीं जानती थी। यह सब होने के बाद महिला अस्पताल परिसर से बाहर चली गई, और एक मोटरसाइकिल टैक्सी किराए पर ली। उसका यह कारनामा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और इसी की मदद से वह पकड़ी गई।