पाकिस्तान की नई शहबाज शरीफ सरकार में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो का विदेश मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वहीं हिना रब्बानी खार को उप-विदेश मंत्री बनाया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक गठबंधन की शर्तों के मुताबिक पीपीपी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) में सभी बड़े मंत्रालयों का बंटवारा होगा। कहा जा रहा है कि PML-N सभी बड़े विभाग जैसे वित्त मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय अपने पास रखेगी वहीं विदेश मंत्रालय और मानवाधिकार से जुड़े मंत्रालय PPP को मिलेंगे।
कहा जा रहा है कि बिलावल पहले विदेश मंत्री का पद लेने के लिए तैयार नहीं थे। उन्हें लगता था कि इससे पार्टी चेयरमैन के तौर पर उनके काम पर असर पड़ेगा। लेकिन पार्टी के भीतर ही लोगों ने उन्हें समझाया कि उन्हें पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के साथ ये पद ले लेना चाहिए। इस फॉर्मूले के तहत बिलावल भुट्टो विदेश मंत्रालय के सभी बड़े काम देखेंगे और विदेशी दौरे करेंगे वहीं विदेश मंत्रालय के रोजमर्रा के काम हिना रब्बानी खार देखेंगी। कुछ सालों पहले बिलावल भुट्टो और हिना रब्बानी खार के बीच प्रेम प्रसंग के भी कई किस्से चले थे।
गौरतलब है कि हिना रब्बानी खार 2011 से 2013 तक पाकिस्तान की विदेश मंत्री रह चुकी हैं। हिना रब्बानी पाकिस्तान की पहली सबसे युवा विदेश मंत्री थीं। यूसुफ रजा गिलानी की सरकार में हिना रब्बानी खार को विदेश मंत्री बनाया गया था। उस वक्त उनकी उम्र मात्र 33 साल थी। इत्तेफाक से बिलावल भुट्टो भी इसी उम्र में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बनने जा रहे हैं।
अपने कार्यकाल में हिना रब्बानी खार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। उन्हीं के विदेश मंत्री रहते हुए एबटाबाद में अमेरिकी स्पेशल फोर्स ने अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। इसके अलावा सीआईए के कॉन्ट्रेक्टर रेमंड डेविस ने लाहौर में दो पाकिस्तानी इंटेलिजेंस अफसरों को मौत के घाट उतार दिया था।