लगातार मिल रही चीन (China) की धमकियों को नजरअंदाज करते हुए अमेरिकी (US) प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) मंगलवार रात ताइवान पहुंच गयीं। अमेरिकी सेना और ताइवानी सुरक्षा दस्ते (US Army and Taiwanese Security Squad) की मुस्तैदी के बीच पेलोसी का विमान ताइवान में उतरा तो चीन बौखला गया। चीन ने एक बार फिर सीधे तौर पर अमेरिका को चेतावनी दी।
आपको बता दें कि इस समय अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) एशियाई देशों की यात्रा पर हैं। मंगलवार को उनका विशेष सैन्य विमान सी-40सी जैसे-जैसे ताइवान की ओर बढ़ रहा था, चीन की सक्रियता भी बढ़ती रही। नैंसी पेलोसी के पहुंचने से पहले ही ताइवान पर एक बड़ा साइबर हमला किया गया। ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन की आधिकारिक वेबसाइट हैक कर ली गयी।
इसी बीच अब ताइवना के अधिकारियों का दावा है कि चीन के 21 लड़ाकू विमान उसके एयर डिफेंस जोन में घुस गए हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, पीएलए के 21 लड़ाकू विमान ताइवान के साउथवेस्ट एयर डिफेंस आइ़डेंटिफिकेशन जोन जोन में प्रवेश कर गए हैं।
बता दें कि एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन ताइवान का एयरस्पेस नहीं है बलेकि इसमें बड़ा हिस्सा चीन का भी शामिल है। चीन के कड़े विरोध के बावजूद पेलोसी ताइवान पहुंची हैं। बता दें कि चीन ताइवान पर अपना दावा ठोकता है और इसलिए अमेरिकी अधिकारी का आना उसे बर्दाश्त नहीं है। चीन ने अमेरिका को इसके लिए युद्ध तक की धमकी दे डाली है।
उल्लेखनीय है कि किसी उच्च अमेरिकी अधिकारी की ये पिछले 25 वर्षों में पहली ताइवान यात्रा है। इसके अलावा यह नैंसी पेलोसी का पहला ताइवान दौरा है। अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी मंगलवार को भारतीय समयानुसार 8.15 बजे ताइवान की राजधानी ताइपे में लैंड हुईं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच वायुसेना के विमान C-40C SPAR19 के जरिए ताइवान पहुंचाया गया। ताइवान में उनके पहुंचने से पहले चीन ने कई धमकियां दी थीं कि वह पेलोसी के विमान को लैंड नहीं होने देंगे।