कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेशनल हेराल्ड मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हो गए है। उनसे ईडी पूछताछ कर रही है।इन सबके बीच बड़ी संख्या में समर्थकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ सत्याग्रह मार्च करते हुए पार्टी के दफ्तर से पैदल ही ईडी ऑफिस पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ पी. चिदंबरम, दिग्विजय सिंह, प्रमोद तिवारी, इमरान प्रतापगढ़ी जैसे कई सीनियर नेता मौजूद थे। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी इस मौके पर दिल्ली में हैं और मार्च में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रियंका गांधी भी राहुल के साथ ही ईडी के दफ्तर पहुंचीं। राहुल गांधी एजेंसी के ऑफिस में अंदर हैं, जबकि कांग्रेस के तमाम सीनियर नेता दफ्तर के बाहर बैठे हैं। राहुल गांधी के साथ सिर्फ प्रियंका गांधी को ही अंदर जाने दिया गया है। खबर है कि राहुल गांधी से डिप्टी डायरेक्टर रैंक के अधिकारी समेत कुल 3 अफसर पूछताछ करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि धन शोधन मामले में राहुल गांधी को भेजा गया ईडी का समन ‘निराधार’ है और ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा नेता या पार्टी द्वारा शासित राज्य जांच एजेंसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं। राहुल और सोनिया गांधी को ईडी के समन और सोमवार को जांच एजेंसी के सामने पेश होने के निर्देश को लेकर कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन के फैसले के बारे में पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा, ‘मैं एक कांग्रेस सदस्य और एक वकील के रूप में अपनी बात रखना चाहता हूं। राहुल गांधी को पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत भेजा गया ईडी का समन निराधार है।’
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘धन शोधन के अपराध में धन और धन शोधन होना चाहिए। नेशनल हेराल्ड मामले में कर्ज को हिस्सेदारी में बदला गया है और उधार देने वाले बैंक नियमित आधार पर ऐसा करते हैं। इस मामले में पैसे का कोई लेन-देन नहीं हुआ, इसलिए इसे धन शोधन का मामला कैसे कहा जा सकता है।’ उन्होंने दलील दी, ‘यह एक व्यक्ति पर बटुआ छीनने का आरोप लगाने जैसा है, जबकि कोई बटुआ था ही नहीं और छीना भी नहीं गया।’ चिदंबरम ने कहा कि वह कांग्रेस सदस्य के रूप में पार्टी के नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता व्यक्त करेंगे और सोमवार को उनके साथ ईडी कार्यालय तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल रहेंगे।
इससे पहले कांग्रेस ने रविवार को राहुल गांधी के प्रति एकजुटता दिखाने और भाजपा पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाने के लिए देशभर में कई स्थानों पर संवाददाता सम्मेलन किए। लखनऊ में सचिन पायलट, रायपुर में विवेक तन्खा, भोपाल में दिग्विजय सिंह, शिमला में संजय निरुपम, चंडीगढ़ में रंजीत रंजन, अहमदाबाद में पवन खेड़ा और देहरादून में अलका लांबा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘इस मामले में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। कोई सबूत नहीं है। प्रतिशोध की भावना से प्रेरित होकर झूठे प्रकरण बनाए जा रहे हैं और मनगढ़ंत आरोप लगाए जा रहे हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामला इसका प्रमाण है।’