पाकिस्तान (Pakistan) ने कहा है कि वह भारत (India) समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ हमेशा सहयोगात्मक संबंधों की इच्छा रखता है। शुक्रवार को अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच (Mumtaz Zehra Baloch) ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत शांति और बातचीत को आगे बढ़ाने और पाकिस्तान और भारत के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए लंबे समय से चले आ रहे विवाद के समाधान के लिए अच्छा माहौल बनाने के लिए कदम उठाएगा। पाकिस्तान की ओर से ये बयान ऐसे समय आया है, जब भारत में आम चुनाव के बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया चल रही है। चुनावों में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
द न्यूज डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के हालिया चुनाव और मोदी के फिर से पीएम बनने पर हुए सवाल का जवाब देते हुए जहरा ने कहा, ‘हमने जम्मू कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक बातचीत और जुड़ाव की वकालत की है और अभी भी करते हैं। भारत ने अगस्त 2019 में कश्मीर में 370 हटाने की जो कार्रवाई की, उसने द्विपक्षीय माहौल को खराब किया। हमने भारत के चुनावों में भी पाकिस्तान के खिलाफ तीखी बयानबाजी देखी।’
हम क्षेत्र में शांति चाहते हैं: जेहरा
जेहरा बलोच ने आगे कहा, ‘पाकिस्तान शांतिपूर्ण सह अस्तित्व में विश्वास करता है। हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहते हैं और भारत की ओर से आ रही कठिनाइयों और बयानबाजी के बावजूद पाकिस्तान जिम्मेदार तरीके से काम कर रहा है। हमें उम्मीद है कि भारत शांति और बातचीत को आगे बढ़ाने और पाकिस्तान और भारत के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए लंबे समय से चले आ रहे विवाद के समाधान के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए कदम उठाएगा।’
भारत की चुनाव प्रक्रिया पर प्रवक्ता ने कहा कि अपने नेतृत्व के बारे में फैसला करना भारत के लोगों का अधिकार है। ये हमारा सवाल नहीं है, ऐसे में उनकी चुनावी प्रक्रिया पर हमारी कोई टिप्पणी नहीं है। पाकिस्तान की ओर से नरेंद्र मोदी को बधाई दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह प्रश्न समय से पहले है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान तेहरान में होने वाली अफगानिस्तान के क्षेत्रीय संपर्क समूह की बैठक में भाग लेगा। अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि आसिफ दुर्रानी ईरान में होने वाली चतुर्पक्षीय बैठक में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय देशों विशेष रूप से अफगानिस्तान के पड़ोसियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करें।