जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आतंकी हमले की फिराक में घुसे आतंकियों के पास से पाकिस्तानी सुबूत मिले हैं। उनके पास से कई ऐसे सुबूत हाथ लगे हैं, जो यह इशारा कर रहे हैं इस पूरे हमले में पाकिस्तान की साजिश रही है। आतंकियों के पास से पाकिस्तानी का सिम कार्ड तक बरामद किया गया है और तो और इस बात का भी खुलासा हुआ है कि यह आतंकी भारत की सरजमीं पर घुसपैठ के दौरान पाकिस्तान में बैठे आकाओं के संपर्क में थे। पाकिस्तान में बैठे ये आका लगातार इन्हेंं निर्देश कर रहे थे कि इन्हें क्या करना और क्या नहीं। कब कौन सा कदम उठाना है और कौन-सा नहीं। यह सब निर्देश इन्हें पाकिस्तान में बैठे आकाओं की तरफ से दिया जा रहा था।
इतना ही नहीं, नगरोटा एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान की एक कंपनी का डिजिटल मोबाइल रेडियो (डीएमआर) बरामद किया गया था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, यह डिजिटल मोबाइल रेडियो पाकिस्तानी कंपनी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स का है। डिजिटल मोबाइल रेडियो पर मैसेज से पता चलता है कि घुसपैठ करने वाले आतंकी सीमा पार अपने आकाओं के कॉन्टैक में थे। इन आतंकियों के पास एक वायरलेस सेट और जीपीसएस डिवाइस भी बरामद किया गया है। आतंकियों के जूते भी पाकिस्तानी कनेक्शन की तस्दीक करते हुए नजर आ रहे हैं।
भारत का सख्त रूख
उधर, भारत ने भी चार आतंकियोें क ढेर कर इन्हें करारा जवाब दिया है। इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया है। बताया जा रहा है कि भारत नगरोटा मुद्दे को लेकर पाकिस्तान से सख्त सवाल करने के मूड हैं। उधऱ, कई मौकों पर भारत से मुंह की खाना वाला पाकिस्तान अभी-भी आतंकवादियों की वकालत करने से बाज नहीं आ रहा है।