आंध्र प्रदेश के तिरुमला में धार्मिक सौहार्द का अनोखा उदाहरण देखने को मिला है. एक मुस्लिम सिपाही हिंदू महिला को अपने कंधे पर बैठाकर 6 किलोमीटर तक लेकर गया. ताकि महिला तिरुमला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा कर सके. आइए जानते हैं इस मुस्लिम कॉन्सटेबल ने कैसे की हिंदू महिला की मदद… हुआ यूं कि 58 वर्षीय महिला मंगी नागेश्वरम्मा तिरुमला मंदिर की दो दिवसीय धार्मिक यात्रा पर निकली थीं. यात्रा पैदल कर रही थीं. बीच रास्ते में उनकी तबियत खराब हो गई. उनसे चला नहीं जा रहा था. पहाड़ी पर स्थित तिरुमला मंदिर सिर्फ 6 किलोमीटर की दूरी पर था.
मंगी नागेश्वरम्मा नंदलूर मंडल से पैदल तिरुमला के लिए चलीं. 22 दिसंबर की दोपहर उन्हें यात्रा के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो गई. इस दौरान कडप्पा जिले की स्पेशल पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की निगरानी में थे. तभी कॉन्सटेबल शेख अरशद की नजर नागेश्वरम्मा पर पड़ी. कॉन्सटेबल शेख अरशद पहले मंगी नागेश्वरम्मा को अस्पताल ले गए. इसके बाद अपने कंधे पर उठाकर 6 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर तक ले गए. इस दौरान शेख पहाड़ी पर स्थित जंगल से भी गुजरे. इसके अलावा एक अन्य कॉन्सटेबल ने भी इसी तरह के बुजुर्ग नागेश्वर राव को अपने कंधे पर बैठाकर सड़क तक छोड़ा था, ताकि वो सवारी लेकर घर जा सकें.कॉन्सटेबल शेख अरशद ने इस काम की तारीफ उनके सीनियर और तिरुमला मंदिर आने वाले तीर्थयात्री भी कर रहे हैं. उनकी यह कहानी पूरे आंध्र प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है.