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देवबंद : महिलाओं का 27 वर्षो का इन्तजार हो खत्म : श्रीमति पूनम कौशिक

रिपोर्ट- गौरव सिंघल,विशेष संवाददाता,दैनिक संवाद,सहारनपुर मंडल,उप्र:।।
 
देवबंद (दैनिक संवाद न्यूज)। संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल की चर्चा को लेकर राजनैतिक, सामाजिक महिलाओं ने आज अपने-अपने विचार व्यक्त किये। देवबंद की बलजीत कालोनी निवासी वरिष्ठ भाजपा नेत्री श्रीमति पूनम कौशिक का कहना है कि मोदी कैबिनेट ने महिलाओं के लिये 33 प्रतिशत का आरक्षण प्रस्ताव पास कर अच्छा कार्य किया है क्योंकि देश की आधी आबादी को पिछले 27 वर्षो से महिला आरक्षण बिल का इन्तजार करना पड रहा है। विपक्षी दलों ने इसका विरोध कर बिल को लटकाकर महिलाओं को उनके हक से वंचित कर रखा है। उन्हें आशा है कि संसद के विशेष सत्र में मोदी सरकार यह बिल पास कराकर महिलाओं को उनके हक के साथ-साथ सम्मान देने का कार्य करेगी।
बाला जी विहार देवबन्द निवासी सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमति राजेश रानी का कहना है कि राजनीति में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण समय की जरूरत है। जब हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही है तो राजनीति में महिलाओं को इससे वंचित क्यों रखा जा रहा है। अगर महिलाओं को राजनीति में उचित अवसर मिलता है तो वह महिलाओं के हक के लिये विधानसभा व संसद में आवाज बुलन्द कर सकती है।
शिक्षक नगर देवबन्द निवासी श्रीमति नेहा सिंघल का कहना है कि महिलाओं के साथ हमेशा से भेदभाव होता आ रहा है और इसी भेदभाव के कारण राजनीति में महिलाओं को आबादी के हिसाब से आरक्षण ना देकर उनके अधिकारों का हनन किया  जा रहा है। आज की महिला अपने हुनर, कौशल, मेहनत और लग्न से हर कार्य को कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। यदि महिलाओं को राजनीति में आरक्षण मिलता है तो महिलाएं राजनीति की दिशा ओर दशा बदल सकती है।
बी आर कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डाक्टर अभिलाषा शर्मा का कहना है कि बेटियां सशक्त है, स्वालंबी है, शक्तिशाली है। जरूरत उन्हें आगे बढाने और साथ देने की है। महिलाओं ने समय-समय पर सिद्ध किया है कि वह किसी से कम नहीं है। महिलाओं- बेटियों को आगे बढाने के लिए, सूचिता और ईमानदारी के साथ राजनीति को बदलने के लिये महिलाओं को आरक्षण दिया जाना बहुत जरूरी है।