ठंड से थोड़ी राहत के बाद एकबार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। देश की राजधानी दिल्ली समेत कई इलाकों में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और बारिश भी हो रही है। इससे एकबार फिर पारा गिरने और ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही कई इलाकों में गरज के साथ छींटे पड़ने और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई थी।
मौसम विभाग का कहना है कि अफगानिस्तान के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इसका सीधा असर मंगलवार से भारत के हिमालयी क्षेत्र पर पड़ रहा है। साथ ही भारत के मैदानी हिस्से बुधवार से इसके प्रभाव में आएंगे। इससे ठंड की स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार इस पश्चिमी विक्षोभी के कारण 3 और 4 फरवरी को जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही बर्फबारी होने का भी पूर्वानुमान जताया गया है। वहीं उत्तराखंड में ये स्थिति 4 और 5 फरवरी को रहेगी।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा है कि ‘तीन से पांच फरवरी के दौरान, उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों और मध्य भारत के ऊपर, दक्षिण पश्चिमी हवाओं, पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण पूर्वी हवाओं के मिलने की संभावना है।’ इस परिवर्तन के कारण दो फरवरी की रात से पांच फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश, बर्फबारी, बिजली कड़कने और ओले गिरने की प्रबल आशंका है। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के कुछ भागों, उत्तरी छत्तीसगढ़, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में 5 और 6 फरवरी को गर्जना के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। बारिश का दायरा जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा पूर्वी की तरफ पश्चिम में हरियाणा, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश 5 फरवरी से मौसमी हलचल कम हो जाएगी जबकि उत्तराखंड में बारिश जारी रहेगी।
उत्तर भारत से चली शीतलहर की चपेट में मध्य भारत सहित अन्य क्षेत्रों के भी राज्य हैं। इस ठंड के बीच कहीं-कहीं पर बारिश का अनुमान है जो कि मुसीबत पैदा करेगा। मौसम के जानकारों ने चेताया है कि अभी इस जानलेवा ठंड से राहत मिलती नज़र नहीं आ रही है।
दरअसल, मौसम में बदलाव की वजह पश्चिमी विक्षोभ बताया जा रहा है। एक चक्रवाती मध्य पाकिस्तान और पश्चिम राजस्थान से सटा हुआ है। इसकी वजह से उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में मौसम प्रभावित होने की संभावना है। 3 से 5 फरवरी तक उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश होने का अनुमान है।