दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रह हैं. भ्रष्टाचार में संलिप्त अफसरों और इससे जुड़े पुराने मामलों में ताबड़तोड़ एक्शन ले रहे हैं. हाल ही में जहां दिल्ली सरकार (Delhi Government) की आबकारी नीति 2021 को लागू करने में की गई वित्तीय अनियमितताओं और गड़बड़ियों के लिए एक आईएएस, दानिक्स और दूसरे अन्य कर्मचारियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे.
वहीं अब ताजा मामला दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के भ्रष्ट अफसरों (corrupt officers) का सामने आया है. डीडीए के इन 11 भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं. दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डीडीए में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों पर गंभीर संज्ञान लेते हुए 11 अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. दिलचस्प बात यह है कि एलजी वीके सक्सेना ने जिन 11 डीडीए अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं, वह मामला 9 साल पुराना है. इसमें 9 अधिकारी रिटायर भी हो चुके हैं.
एलजी ने 9 साल पुराने इस मामले में पाया है कि वित्तीय हेराफरी की गई. इसके चलते ही इन सभी नौ अफसरों को जोकि रिटायर हो चुके हैं, उनकी पूरी तरह से पेंशन सेवा को वापस लेने के निर्देश दिए हैं. बताते चलें कि यह मामला वर्ष 2013 में प्रकाश में आया था. अब जिन 11 अफसरों पर एफआईआर की जा रही है उन सभी के उपर विभागीय वित्तीय गड़बड़ी करने के आरोप लगे हैं. इससे पहले एलजी एमसीडी के अफसरों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई कर चुके हैं. उप-राज्यपाल दिल्ली विकास प्राधिकरण के चेयरमैन भी होते हैं.