भारत और चीन के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। पिछले साल से ही दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं, लेकिन इसी बीच चीन की चाल भी किसी से छुपी नहीं है। चीन लगातार भारत के खिलाफ नापाक साजिश रच रहा है। जिस वजह से भारतीय सेना भी अपनी ताकत में लगातार इजाफा कर रही है। भारतीय सेना को अब और ज्यादा ताकतवर बनाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया गया है। दरअसल, सेना ने आधुनिक गश्ती नौकाओं को खरीदने के प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है। इन नौकाओं के आने के बाद जवान चीन की हरकतों को आसानी से नजर रख सकते हैं। सेना इन नौकाओं के जरिए बड़े जलाशयों और झीलों में नजर रखेंगी
सेना के मुताबिक, नई आधुनिक नौकाओँ के आने के बाद पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील समेत बड़े जलाशयों की निगरानी आसानी की हो सकती है। सेना ने बताया कि आधुनिक गश्ती नौकाओं के लिए सरकारी क्षेत्र के उपक्रम गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के साथ करार हो गया हैं, जिसमें 12 गश्ती नौकाओं की बातचीत हुई है। सेना ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। सेना ने कहा कि, मई 2021 से नौकाओं की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। बड़े जलाशयों में इन नौकाओं का इस्तेमाल गश्ती और निगरानी में किया जाएगा। दूसरी तरफ, सेना के साथ करार होने के बाद गोवा शिपयार्ड लिमिटेड की तरफ से भी एक बयान सामने आया। कंपनी ने बताया कि उन्होंने अत्याधुनिक गश्ती नौकाओं के लिए गुरुवार को भारतीय सेना के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए है।
कंपनी ने बताया कि इन अत्याधुनिक नौकाओं में सेना की जरूरत के अनुसार हर चीज लगाई जाएगी। ये अपनी विशेष सुविधा की वजह से दुनिया की चुनिंदा नौकाओं में शामिल होंगी। कंपनी के मुताबिक, इन नौकाएं का निर्माण गोवा में होगा। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीन और भारतीय सेना का टकराव काफी समय से चल रहा है। दोनों देशों की सेनाओं को बीच इस टकराव को शांत करने के लिए कई स्तर पर बातचीत हो चुकी है लेकिन बातचीत का आजतक कोई नतीजा नहीं निकला। जिस वजह से भारतीय सेना चीन का सामना करके के लिए मजबूती के साथ खड़ी है। चीन से मुकाबले के लिए पूर्वी लद्दाख की विभिन्न पहाड़ियों पर इन दिनों 50,000 से भी ज्यादा सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है। दूसरी तरफ चीन में भी भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है।