झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन सोरेन ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे. उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने अभी तक कुछ नहीं किया है.जब झारखंडी अपनी चीजों पर उतरेगा, तो वो दिन दूर नहीं जहां आप लोगों को यहां छिपने का मौका भी नहीं मिलेगा.झारखंड के सीएम का कहना है कि बीजेपी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित झारखंड सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय बलों का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने साफ किया कि वह ईडी और सीबीआई से नहीं डरते हैं.
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी के समन का पालन नहीं किया. वह जांच एजेंसी के सामने पेश होने की जगह जनजातीय समुदाय से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंच गए.उन्होंने एक जनसभा में कहा कि अगर मैंने अपराध किया है तो पूछताछ के लिए सम्मन भेजने के बजाय मुझे गिरफ्तार करें .
ED दफ्तर नहीं पहुंचे हेमंत सोरेन
वहीं झारखंड में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने कथित अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए तलब किए जाने के बाद लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के कथित प्रयासों के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन शुरू करने का ऐलान किया है. ईडी द्वारा समन जारी किए जाने के कुछ ही देर बाद रांची में बुधवार शाम संप्रग की एक बैठक आयोजित की गई जो दो घंटे चली. संप्रग में झारखंड मुक्ति मोर्च (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं.बैठक के बाद झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार को करारा जवाब देने का फैसला लिया है, जो जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर साजिश रच रही है.
5 नवंबर को विरोध-प्रदर्शन का ऐलान
कुमार ने कहा कि संप्रग ने बीजेपी के कदम का विरोध करने का फैसला किया है. हम बीजेपी द्वारा रची गई साजिश का पर्दाफाश करेंगे, इसके बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करेंगे. उन्होंने कहा, हम सरकार को अस्थिर करने की इन कोशिशों के खिलाफ पांच नवंबर को प्रदर्शन करेंगे. मैं लोगों को बताऊंगा कि झारखंड सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए शुरू किए गए कार्यक्रमों को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
बता दें कि ईडी ने सोरेन को राज्य में कथित अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए आज तलब किया था.झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन पर विधायक के रूप में अयोग्य ठहराए जाने का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला.