बिहार (Bihar Election 2020) में जब भी चुनावी दौर आता है तब बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) के नाम का जिक्र जरूर होता है. अनंत सिंह कभी बिहार के बाहुबलियों में गिने जाते थे. उनके नाम से लोग कांपते हैं. राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ है. यही नहीं ऐसा लगता था कि जैसे कानून उनके सामने कुछ नहीं है. लेकिन कहते हैं न कि हर एक अपराधी का दिन जरूर आता है, वो चाहे थोड़ी देरी से ही क्यों न आए. अनंत सिंह पर आईपीसी की कई संगीन धाराओं के तहत 38 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. उन्होंने लोगों के बीच ऐसा खौफ फैला रखा है कि, कोई भी उनके खिलाफ बोलने से पहले ही डर जाता है.
अनंत सिंह नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के करीबी तो थे ही, उसके साथ ही एक समय में वो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के भी काफी करीबी माने जाते थे. इस बार चुनाव में अनंत सिंह का भी जलवा देखने को मिलने वाला है. दरअसल अनंत सिंह राजद (RJD) के टिकट पर ही मोकामा से विधायकी का चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जिस अनंत सिंह से प्रशासन भी खौफ खाता है और उन पर कानूनी शिकंजा कसने से डरता है, वो अनंत सिंह एक लेडी ऑफिसर से खौफ खा गया था. यहां तक कि अननंत सिंह को भागना पड़ा था.
हम जिस लेडी ऑफिसर की बात कर रहे हैं, उनका नाम लिपी सिंह हैं. जिस समय लिपी सिंह (IPS Lipi Singh) ने अनंत कुमार के यहां छापा मारा था, उस समय अनंत के खिलाफ UAPA यानी अनलॉफुल एक्टीविटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई थी. अपने खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के बारे में सुनने के बाद अनंत सिंह वहां से एक-दो-तीन हो गए थे. लेकिन काफी समय तक फरार रहने के बाद उन्हें मजबूरन कोर्ट में आकर खुद को सरेंडर करना पड़ा. हैरानी की बात तो ये है कि, जेल में रहते हुए अनंत सिंह चुनावी मैदान में उतर रहे हैं.
बात करें लेडी अफसर लिपि सिंह की तो, वो साल 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. इसके साथ ही वो JDU के राज्यसभा सांसद आरपी सिंह की बेटी भी हैं. साल 2019 की बात है जब लिपि सिंह पटना के बाढ़ इलाके की एडिशनल एसपी पद पर तैनात थीं. लेकिन उस दौरान हुए आम चुनाव के समय अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने चुनाव आयोग में लिपी सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी कि वो बेवजह अनंत सिंह के करीबियों को परेशान कर रहीं हैं.
नीलम देवी की ओर से की गई शिकायत पर एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग के निर्देश पर लिपि सिंह का ट्रांसफर ATS यानी एंटी टेरेरिजम स्क्वॉड (आतंक विरोधी दस्ते) में कर दिया गया था. हालांकि चुनाव के बाद उनकी पोस्टिंग फिर से उसी इलाके में और उसी पद पर कर दी गई थी. इस समय लिपि सिंह मुंगेर जिले में एसपी का कारोभार संभाल रही हैं.