जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर एक ऑपरेशन को अंजाम दिया है और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) के 5 मददगारों को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई को घाटी के कुपवाड़ा के क्रालपोरा (Kralpora) इलाके में अंजाम दिया गया है. पकड़े गए आरोपी न सिर्फ आतंकियों (terrorists) को पनाह देते थे, बल्कि उन्हें हथियार और गोला बारूद (arms and ammunition) के रूप में रसद भी मुहैया कराते थे.
दरअसल, सेना को पुख्ता सूत्रों से इस नेक्सस की जानकारी मिली थी. सूचना मिलने के बाद छापमार कार्रवाई की गई. जहां से पहले आतंकियों के 3 सहयोगियो को अरेस्ट किया गया. इनके नाम रऊफ मलिक, अलताफ अहमद और रियाज अहमद लोन है.
पूछताछ के दौरान तीनों ने पाकिस्तान (Pakistan) में रह रहे कुपवाड़ा के आतंकी हैंडलर फारूक अहमद पीर उर्फ नदीम उस्मानी के निर्देश पर आतंकियों (terrorists) के लिए बनाए गए दो ठिकानों का भी खुलासा किया. इन ठिकानों में गोला-बारूद भी छिपाया गया है. फारूक वर्तमान में POK में रह रहा है.
हिजबुल के सहयोगियों की निशानदेही पर जब ठिकानों पर छापा मारा गया तो वहां से 1 एके राइफल, 2 एके मैगजीन, 119 एके गोला-बारूद, 1 पिस्टल, 1 पिस्टल मैग्जीन, 4 पिस्टल राउंड, 6 हैंड ग्रेनेड, 1 आईईडी, 2 डेटोनेटर, 2 वायर बंडल और लगभग 100 लीटर क्षमता का एक पानी का टैंक बरामद किया गया.
तीनों को जून 2022 में 6 लाख रुपये भी मुहैया कराए गए थे, जो ठिकानों के निर्माण और हथियार और गोला-बारूद की खरीद के लिए सामग्री खरीदने के लिए दिए गए थे. इन 6 लाख रुपयों में से 64,000 रुपए की बरामदगी भी कर ली गई है.
इनके अलावा बडगाम के गुलाम मोहम्मद बेग और बांदीपोरा के एक शख्स को भी हिरासत में लिया गया है. ये दोनों भी तीनों मददगारों की गतिविधियों में सक्रिय रूप से समर्थन कर रहे थे. इन सभी को वर्तमान में POK में स्थित बडगाम के आतंकी हैंडलर फैयाज गिलानी नियंत्रित कर रहा था.
हथियार और गोला-बारूद और विधाएं मुहैया कराने के अलावा गिरफ्तार किए गए ग्रुप को घाटी में अधिक युवाओं को आतंकवाद में शामिल करने का काम भी सौंपा गया था. मामले में अभी और गिरफ्तारियों और बरामदगी भी हो सकती है.