सालभर से इंतजार कर रहे जन्माष्टमी (Janmashtami 2020) के दिन की वो शुभ घड़ी आ गई है. जब भक्त कृष्ण कन्हैया के रंग में पूरी तरह से रंग जाएंगे. दरअसल इस बार जन्माष्टमी का त्योहार दो दिन मनाया जा रहा है. यानी कोई 11 तो कोई 12 को ये उत्सव मना रहा है. जानकारी के मुताबिक गृहस्थ और पारिवारिक लोग मंगलवार के दिन यानी 11 अगस्त को ही जन्माष्टमी का व्रत कर रहे हैं. लेकिन वैष्णव, संत या संन्यासी बुधवार यानी 12 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे. इसी के साथ ही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जन्माष्टमी के दिन लोग श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए उनका श्रृंगार कैसे करें और उन्हें किस तरह का भोग लगाएं.
जन्माष्टमी के दिन कैसे करें श्रीकृष्ण का श्रृंगार
आपको बता दें कि श्री कृष्ण का जब श्रृंगार करें तो उसमें सबसे ज्यादा फूलों का इस्तेमाल करें. क्योंकि उन्हें फूलों से अधिक प्रसन्नता मिलती है. इसके साथ ही उनके श्रृंगार में भी पीले रंग के वस्त्र, गोपी चन्दन और चन्दन की सुगंध का इसेमाल करें. ध्यान रहे कि इस दौरान श्री कृष्ण के श्रृंगार में किसी भी तरह से काले वस्त्र या फिर काले गहनों का प्रयोग न करें. कहते हैं कि यदि इस दिन वैजयंती के फूल श्रीकृष्ण के चरणों में चढ़ाया जाए तो शुभ होता है.
प्रसाद में किन चीजों को करें शामिल
ध्यान रहे कि जब आप जन्माष्टमी का प्रसाद तैयार करें तो उसमें पंचामृत का भी जरूर इस्तेमाल करें. साथ ही उसमें तुलसी का पत्ता भी डालना न भूलें. खासकर भागवान श्रीकृष्ण को मेवा, माखन और मिसरी का भोग लगाएं. हालांकि कई जगहों पर इस दिन धनिये की पंजीरी भी बनाकर भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित की जाती है. जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को पूरे सात प्रकार का भोजन भी अर्पित किया जाता है. जिसमें अलग-अलग प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं.
जन्माष्टमी के दिन किस तरह की मूर्ति को करें स्थापित
सामान्य तौर पर जन्माष्टमी के दिन लोग बाल कृष्ण की स्थापना करते हैं. आप इस दिन अपनी चाह और मनोकामना के अनुसार जिस रूप में चाहें श्रीकृष्ण को घर में स्थापित कर सकते हैं. प्रेम और दाम्पत्य जीवन के लिए आप राधा-कृष्ण को एक साथ स्थापित करें. संतान के लिए घर में बाल कृष्ण की स्थापना करना शुभ माना जाता है. इसके अलावा यदि आप अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरी करना चाहते हैं तो इस दिन बंसी वाले कृष्ण की स्थापना करें.