छत्तीसगढ़ के सुकमा में माओवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद रामनगरी के लाल राजकुमार यादव का पार्थिव शरीर सरयू घाट के लिए रवाना हो गया है। भारी संख्या में लोग नारे लगा रहे हैं। हुजूम के रूप में निकली शहीद जवान की अंतिम यात्रा बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं।
हजारों की संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि व अधिकारी शव यात्रा की अगवानी कर रहे हैं। सुकमा हमले में अयोध्या के लाल राजकुमार यादव नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए हैं। शहीद जवान को सरयू नदी के घाट पर सशस्त्र सलामी दी जाएगी। यही पर अंतिम संस्कार भी किया जाएगा।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
शहीद की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार वालों ने अभी शहीद की पत्नी ज्ञानमती यादव एवं माता सुमित्रा देवी को उनके बेटे के शहीद होने के बारे में नहीं बताया गया। लेकिन भीड़ को देख कर पत्नी को आशंका हो गई है। वह बार-बार बेहोश हो जा रही है। शहीद की पत्नी को लग रहा है कि उसके पति की कोरोना से मौत हो गई। ऐसे में वह सदमे है।
अयोध्या वीर सपूत कोबरा कामांडों शहीद राजकुमार यादव का सरयू घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। बेटे रामविलास यादव ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ रही। शहीद के भाई रामविलास यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी से की मांग कि नक्सलियों का नामोनिशान मिटाया जाए। नक्सलियों के खिलाफ एयर स्ट्राइक किया जाए , रॉकेट लांचर , मिसाइल से नक्सलियों को खात्मा किया जाए।
प्रदेश सरकार से मांग सहायता राशि 50 लाख से बढ़ा कर दोगुना किया जाए। बूढ़ी मां के इलाज में मदद किया जाए। शहीद राजकुमार यादव इकलौता परिवार को चलाने वाले थे।