भारत और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को एलएसी (LAC) पर चीन और भारत के तनाव ने हिंसक रूप ले लिया। दोनों देशों की सेनाओं को बीच गलवान नदीं पर झड़प हुई। जिसमें भारत ने अपने 20 जवान खो दिया। वहीं इस झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ है लेकिन चीन अपने शहीदों का सही आंकड़ा जारी नहीं कर रहा। भारत और चीन की इस झड़प के पीछे की कहानी भी सामने आ गई है। दरअसल चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने भारतीय सीमा पर टेंट लगाया था। जिसे हटाने के लिए ही भारतीय सेना ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, PLA के सैनिकों के टेंट की पॉजिशन कोड-पट्रोल पॉइंट 14 के पाश लगाया गया था और वास्तव में ये पूरा इलाका वास्तिवक नियंत्रण रेखा के भारतीय पक्ष के अंदर आता है। जिसे हटाने के लिए ही भारतीय जवानों ने कार्रवाई की थी लेकिन इस दौरान PLA के सैनिकों (PLA Soldiers) ने पॉइंट 14 के ऊपर ऊंची जमीन से पत्थर फेंककर भारतीय कार्रवाई (Indian action) का जवाब दिया। चीनी सैनिकों ने लोहे की छड़ और क्लबों का इस्तेमाल किया। जिसके बाद ही दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प शुरू हो गई। वहीं, इस झड़प के बाद दोनों देशों की सैनिकों को गंभीर चोटें आई है। इसी वजह से उन्हें सैनिकों को सैन्य अस्पतालों में ले गया है।
हालांकि इस झड़प के बाद अब उन परिस्थितियों की भी जांच की जा रही है। जिस वजह से सैनिकों के बीच ये झड़प हुई है। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के मुताबिक, इस मामले पर जांच होगी। इस घटना के बाद ऐसा लग रहा है कि हाथापाई के दौरान भीषण लड़ाई टालने की कोशिश करते हुए पीएलए सैनिकों ने उन्हें निशाना बनाया था। वहीं एक दूसरे अधिकारी के मुताबिक, चीन की इस कार्रवाई के पीछे कोई बड़ी योजना नहीं थी। अब तक यही जानकारी सामने आई है। बता दें कि पिछले हफ्ते ही पॉइंट 14, गलवान और श्लोक नदियों के संगम के पास एक डिजीजन कमांडर स्तर की बैठक हुई थी। जिसमें भारतीय सेना सेना और पीएलए के सैनिकों को कम करने की सहमति बनी थी लेकिन उसके बाद इस झड़प ने फिर से दोनों देशों के बीच तनाव कर दिया।