भारत और चीन के बीच गहराते तनाव के दौरान आज शाम पांच बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सभी पार्टियों के अध्यक्षों को बुलाया गया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर सभी दलों के अध्यक्षों को इसकी जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरे खाके को खींचा जाएगा। यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है, जब भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। जवानों की शहादत से पूरा देश इस समय आक्रोशित है। प्रतिशोध की ज्वाला से पूरा देश धधक रहा है। ऐसे समय में इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। फिलहाल इस बैठक के क्या नतीजे निकलकर सामने आते हैं। यह तो फिलहाल बैठक खत्म होने के बाद ही साफ हो पाएगी।
बताते चले कि इस बैठक में 16 दलों के अध्यक्षों को शामिल किया गया है। वहीं कुछ दलों को न बुलाए जाने पर विवाद गहरा गया है। जिसमें दिल्ली की सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी भी शामिल है। ‘आप’ ने कहा कि उसके राज्यसभा में भी सदस्य हैं और लोकसभा में भी, इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में भी सरकार है। ऐसे स्थिति उसे बैठक में नहीं बुलाया गया है तो वहीं बताया जा रहा है कि इस बैठक में महज उन्हीं दलों को न्योता दिया गया है, जिनके पांच सांसद है, तो ऐसी स्थिति तेदेपा को बैठक में शामिल करना कई तरह के सवाल खड़े करता है, चूंकि उसके महज 4 सांसद है, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी एतराज जता रही है।
वहीं राजद के नेता तेजस्वी यादव ने भी बैठक में न बुलाए जाने पर एतराज जताया है। गौरतलब है कि गत सोमवार को रात हुई भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झ़ड़प में भारत के 20 सेना शहीद हो गए थे, तो वहीं इस हिंसक झड़प में चीन के 40 से अधिक सैनिकों के हताहत होने की बात कही जा रही है, लेकिन चीन लगातार इस बात से इनकार कर रहा है। वहीं अमेरिका की खुफियां एजेंसी ने बीतेे दिनों चीन के इस झूठे दावे का खुलासा किया था। इस बीच चीन लागातार भारत को धमकी दे रहा है कि अगर तनाव गहराता है, तो भारत पर चीन, नेपाल और पाकिस्तान तीनों तरफ से सैन्य दबाव बढ़ सकता है।