कोरोना को मात देने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे देश के डॉक्टरों को मोदी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। इस फैसले के मुताबिक, अब कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर अगर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाते हैं तो उनकी क्वारंटीन अवधि को ‘ऑन ड्यूटी’ माना जाएगा। इस मामले की सुनवाई के दौरान सोमवार को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस बारे में 6 अगस्त को सभी राज्यों को निर्देश जारी कर दिया गया है। इस फैसले से डॉक्टरों को बड़ी राहत मिलेगी।
दरअसल पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि आखिर डॉक्टरों और हेल्थ केयर स्टाफ को मिलने वाले क्वारंटाइन पीरियड को उनकी छुट्टी में क्यों गिना जा रहा है। कोर्ट ने सरकार से इस बारे में भी जरूरी स्पष्टीकरण जारी करने को कहा था। इसी का जवाब देते हुए केंद्र ने कहा कि डॉक्टरों को होने वाली किसी भी तरह की परेशानी को लेकर कई कदम उठाए गए हैं।
पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा था कि कोरोना वायरस के इलाज में लगे डॉक्टरों का वेतन किसी भी हाल में नहीं रोका जाना चाहिए। कई राज्यों में डॉक्टरों का वेतन रोके जाने के मामले सामने आए थे। कुछ डॉक्टरों का कहना था कि इलाज के दौरान संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से वह भी कोरोना संक्रमित हो गए। इस कारण क्वारंटीन होने के कारण वह ड्यूटी पर नहीं जा पाए। ऐसे में छुट्टी पर होने के कारण उनका वेतन भी काट लिया गया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से जानकारी मांगी थी।