मां दुर्गा को शक्ति स्वरूप कहा जाता है. कहा जाता है कि जो भी भक्त माता की सच्चे मन से पूजा करता है, उसके सभी कष्ट और विपदाएं मातारानी हर लेती हैं. अगर आपके जीवन में ग्रहों के अशुभ प्रभाव बार बार समस्याएं उत्पन्न करते हैं तो माता रानी के ‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ मंत्र का जाप आपकी सारी समस्याओं को दूर कर सकता है. मां का ये बीजमंत्र नौ अक्षरों से मिलकर बना है और मां के नौ स्वरूपों को समर्पित है.
इस तरह करें जाप 1. माता के इस खास मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले आप अपने घर काली माता की प्रतिमा या एक तस्वीर लेकर आएं और उसे ईशानकोण में स्थापित करें. 2. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें फिर स्वच्छ कपड़े पहनें. अब माता काली की मूर्ति के सामने दीप प्रज्जवलित करें. इसके बाद तिलक लगाकर माता के समक्ष लाल पुष्प अर्पित करें. 3. माता के चरणों में पुष्प अर्पित करने के बाद उसी जगह पर आसन बिछाकर बैठें और माता के नौ रुपों का ध्यान करते हुए उनके दिव्य मंत्र का 108 बार जाप करें.
4. जब आपका जाप पूरा हो जाए तब अपने सामर्थ्य के मुताबिक मां काली को भोग लगाएं. अगर आपके पास अधिक सामर्थ्य नहीं है तो आप मिश्री के कुछ दाने भी भोग के लिए चढ़ा सकते हैं. याद रखिए भगवान सिर्फ श्रद्धा और प्रेम के भूखे होते हैं. घर की सुख शांति और खुशियां छीन लेती हैं ये आदतें, इनसे तौबा करना ही बेहतर सामर्थ्य के अनुसार करें जाप तंत्र साधना करने वाले तांत्रिक इस मंत्र का सवा लाख, पांच लाख या नौ लाख बार जाप करके इसे सिद्ध करते हैं, लेकिन गृहस्थ जीवन जीने वाला आम आदमी अपनी सामर्थ्य अनुसार 1, 5, 7, 11, 21, 51 या 101 माला जाप कर सकता है और अपने जीवन को सुखमय बना सकता है.