केंद्र के तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार में टकराव बढ़ता जा रहा है। इसी टकराव के बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर यह है कि जल्द ही केंद्र और किसान जत्थेबंदियों के बीच 6वें दौर की बैठक हो सकती है। हालांकि अभी तक केंद्र और किसानों के बीच हुई 5 दाैर की वार्ता बेनतीजा ही रही है। उम्मीद की जा रही है कि छठे दाैर की वार्ता में इस मामले का कोई हल निकल आए। उधर, संगरूर-दिल्ली मुख्य मार्ग पर पंजाब-हरियाणा राज्यों की सरहद खनौरी बॉर्डर पर बीती आधी रात के बाद हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए मुख्य मार्ग पर एक बार फिर बड़े-बड़े पत्थर और लोहे के बैरीकेड लगा दिए। इन बैरीकेड्स को आज किसानों ने हटा दिया।
केंद्र के तीनों नए कृषि कानूनों की वजह से एनडीए से अलग हुए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शनिवार को सरकार पर निशाना साधा। शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि जो भी सरकार से असहमत होता है, उसे देशद्रोही कहा जाता है। बादल ने कहा कि केंद्र की कोशिश है कि किसान आंदोलन को राजनैतिक दलों और खालिस्तानियों का कहकर बदनाम किया जाए। दुर्भाग्यपूर्ण है कि अगर कोई उनसे असहमत होते हैं, तो वे उन्हें देशद्रोही कहते हैं। ऐसे बयान देने वालों को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। हम केंद्र के रवैये और ऐसे बयानों की निंदा करते हैं।
सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि राजस्थान व यूपी के किसान सैकड़ों की संख्या में हाइवे को बंद करने के लिए निकल गए हैं। शनिवार रात या रविवार सुबह तक दोनों हाइवे को सील कर दिया जाएगा।