वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इराक के उत्तर में स्थित किरकुक शहर के एक चेकपॉइंट पर घातक हमला किया है, जिसमें कम से कम 13 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है. इस हमले की पुष्टि सुरक्षा से जुड़े सूत्रों ने की है. वहीं इराक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमला रविवार तड़के हुआ है. आईएसआईएस के आतंकी लगातार इराक की पुलिस (Iraqi Army) और सेना को निशाना बना रहे हैं. लेकिन इस हमले को साल का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमला किरकुक शहर के दक्षिण में अल-रशद (Al-Rashad) क्षेत्र पर हुआ है. अधिकारी ने पहचान ना बताने की शर्त पर कहा, ‘आईएसआईएस संगठन के सदस्यों ने फेडरल पुलिस चेकपॉइंट को निशाने पर लिया है. जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई है और तीन अन्य घायल हुए हैं.’ हालांकि अभी तक आईएसआईएस ने खुद इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. हाल में आईएसआईएस के हमलों में अचानक बढ़त देखने को मिली है.
लगातार इराक पर हमले कर रहा ISIS
इराक की सरकार ने साल 2017 के अंत में कहा था कि उसने आतंकी संगठन आईएसआईएस को हरा दिया है, लेकिन उसके पास स्लीपर सेल हैं जो सुरक्षा बलों पर लगातार हमले कर रहे हैं. आतंकी उत्तरी इराक में नियमित रूप से इराकी सेना और पुलिस को निशाना बना रहे हैं, लेकिन यह हमला इस साल के सबसे घातक हमलों में से एक है (ISIS Latest Attacks). इससे पहले 19 जुलाई को आईएसआईएस ने सादर शहर के अल-वोहेलात बाजार पर हमला किया था और आधिकारिक रूप से इसकी जिम्मेदारी भी ली थी. इस हमले में 30 लोगों की मौत हो गई थी.
ISIS को हराने की कोशिश
इराक में अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन सैनिकों की संख्या वर्तमान में लगभग 3,500 है, जिनमें से 2,500 अमेरिकी सैनिक हैं. ये सभी सैनिक आईएसआईएस को हराने की कोशिशों में जुटे हैं. लेकिन अमेरिका की सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि वह इस देश से अपने सैनिकों की मौजूदगी को कम करेगा. जिसके बाद अमेरिकी सेना का काम केवल इराकी सुरक्षाबलों को प्रशिक्षण और सलाह देना होगा. बीते रविवार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने इराकी कुर्दिस्तान का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने इराक और सीरिया दोनों जगह ISIS के ‘फिर से सिर उठाने’ को लेकर चिंता जताई थी.