पाकिस्तान (Pakistan) में मोईद यूसुफ (Moeed Yusuf) को देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है. प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने विशेष सहायक यूसुफ को ये जिम्मेदारी सौंपी है. यूसुफ की NSA के तौर पर नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है, जब इस बात की रिपोर्ट आ रही हैं कि इस साल की शुरुआत से ही भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच पिछले दरवाजे से बातचीत हो रही है. इसका नतीजा ही रहा कि दोनों पक्ष फरवरी में LOC पर 2003 के संघर्षविराम समझौते पर राजी हुए.
कैबिनेट डिविजन द्वारा 17 मई को जारी किए गए नोटिफिकेशन में NSA के तौर पर यूसुफ की नियुक्ति की जानकारी दी गई. इस नोटिफिकेशन में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री को इस बात की मंजूरी देते हुए बेहद खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक नीति योजना पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ मोईद डब्ल्यू यूसुफ को तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया है. उन्हें एक संघीय मंत्री के बराबर की ताकत प्राप्त होगी.’
पाकिस्तान ने भारत से साथ बाचतीत को लेकर क्या कहा
पिछले महीने पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी (Zahid Hafeez Chaudhry) से कई पत्रकारों ने भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दरवाजे से हो रही बातचीत को लेकर सवाल किया. इस सवाल को पूरी तरह से नकारने के बजाय चौधरी ने कहा, हर देश के पास बातचीत करने के अपने तरीके और साधन होते हैं, जो युद्ध के समय भी उपलब्ध होते हैं. इसलिए, भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत हो रही है या नहीं, यह महत्वपूर्ण नहीं है.
भारत ने पाकिस्तान संग बातचीत को लेकर क्या कहा
दूसरी ओर, जब नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से उन मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर सवाल किया गया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच एक साल से अधिक समय से पिछले दरवाजे से बातचीत चल रही है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया. बागची ने कहा, यदि आप इस मुद्दे पर बातचीत के चैनलों के बारे में बात करते हैं, तो मुझे याद दिला देने दें कि हमारे संबंधित उच्चायोग मौजूद हैं और वे कार्य कर रहे हैं. तो यह बातचीत का एक बहुत ही प्रभावी चैनल है.
भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में इस्लामाबाद के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है. नई दिल्ली ने कहा है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है.