कोरोना संकट के बीच अमेरिका ने अपनी इंटरनेशलन ट्रैवल पालिसी में बड़ा बदलाव किया है। अमेरिका जाने वाले भारत समेत दूसरे देशों के यात्रियों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है। अमेरिका ने शुक्रवार को विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर नए इंटरनेशनल ट्रैवल पॉलिसी की घोषणा की है, जिसके तहत केवल पूरी तरह से कोरोना का टीका लगा चुके लोगों को ही अमेरिका में 8 नवंबर से एंट्री मिलेगी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना महामारी की शुरुआत में विदेशी यात्रियों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोक लगाई थी। अब राष्ट्रपति बाइडन की नई नीति से भारत जैसे देश के लोगों को यात्रा संबंधी पाबंदी से राहत मिल गई है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव केविन मुनोज ने कहा कि यह नियम अंतरराष्ट्रीय हवाई और सड़क यात्रा दोनों पर लागू रहेगा। विदेशी यात्री जो पूरी तरह से कोरोना के दोनों टीके लगा चुके हैं, वे 8 नवंबर से अमेरिका की यात्रा कर सकेंगे। विदेशी नागरिकों को बोर्डिंग के वक्त टीकाकरण का प्रूफ देना होगा। इसके अलावा फ्लाइट के तीन दिन के अंदर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट भी प्रस्तुत करनी होगी। बाइडन प्रशासन के कोरोना कोऑर्डिनेटर जेफ जिएंट्स ने कहा कि पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को क्वारंटाइन नहीं होना पड़ेगा।
सीएनएन के अनुसार व्हाइट हाउस के इस कदम से कई और प्रतिबंधों में ढील मिलने की उम्मीद है, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए समस्या बनी हुई थी। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार यह नियम अमेरिकी भूमि सीमाओं पर गैर-आवश्यक यात्रा और यात्री नौका द्वारा अमेरिका आने वाले आगंतुकों पर भी लागू होंगे।
अमेरिका ने 18 महीने बाद मैक्सिको और कनाडा से लगी सीमाएं भी खोलीं
वहीं, अभी पिछले दिनों ही अमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको के साथ लगी अपनी सीमाओं को 18 महीनों बाद एक बार फिर खोल दिया है। इसके तहत कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगा चुके लोगों को आने-जाने की इजाजत मिलेगी। नवंबर महीने से बाइडन प्रशासन का यह फैसला लागू होगा। मार्च 2020 से कोरोना महामारी के बाद से अमेरिका ने लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया था।