हंगामे में बीच कृषि विधेयक राज्यसभा में पास हो गया। एक और जहां राज्यसभा हंगामे के कारण सुर्ख़ियों में रही तो वहीं लोकसभा शांतिपूर्ण ढंग से देर रात तक चली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सदस्यों की सहमति से शून्य काल की कार्यवाही शुरू की. इस दौरान 88 सदस्यों ने जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। इसी बीच मंत्रियों के वेतन और भत्ते (संशोधन) विधेयक, 2020 लोकसभा में पारित हो गया।
वेतन और भत्ते (संशोधन) विधेयक, 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण सांसदों के वेतन, भत्तों में 30 प्रतिशत की कटौती का प्रावधान है। यह विधेयक राज्यसभा में 18 सितंबर को ही पास हो चुका था। लोकसभा सोमवार दोपहर तीन बजे तक के ले स्थगित कर दी गई है।
इससे पहले लोकसभा में कोरोना पर एक बार फिर से चर्चा हुई, जो देर तक चली। स्पीकर ने ‘देश में कोविड-19 महामारी पर चर्चा’ की शुरुआत से पहले अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि देश चर्चा और पारपस्परिक समन्व्य से कोरोना वायरस पर काबू पा लेगा। कोविड-19 पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि देश में कोरोना की स्थिति पूरी दुनिया के मुकाबले बहुत खराब है। उन्होंने कहा, ‘न तो हम वायरस के प्रसार को रोक पाए और न ही अर्थव्यवस्था की गति बनाए रखने में सक्षम हुए। जीडीपी 41 वर्षों में पहली बार माइनस में चली गई है।’
वहीं, कोविड वैक्सीन पर नई जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सदन को बताया कि देश में चार से ज्यादा कोरोना वायरस वैक्सीन प्री-क्निकल ट्रायल के अडवांस्ड स्टेज में हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत में हमने सभी 30 वैक्सीन कैंडिडेट्स के टेस्टिंग में पूरी मदद की। इनमें तीन फेज 1, फेज 2 और फेज 3 के अडवांस्ड ट्रायल में हैं। चार से ज्यादा वैक्सीन कैंडिडेट्स प्री-क्निकल ट्रायल के अडवांस्ड स्टेज में हैं।’