प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की कतार टूटने का नाम नहीं ले रही है। पहले दिन उम्मीद से तीन गुना आए श्रद्धालुओं के सैलाब से प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। देर रात मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को अयोध्या आकर मोर्चा संभालना पड़ा। वहीं आज सुबह से भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। रात 3 बजे से ही भक्तों की एक से डेढ़ किलोमीटर लंबी कतार लग गई है।
लाखों की संख्या में आ रहे भक्तों के लिए सरकार को एडवाइजरी जारी करना पड़ी और कहा कि फिलहाल युवाओं को ही रामलला के दर्शन करने दें। बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांग एक सप्ताह बाद आएं। इसके साथ ही अयोध्या की सीमा को सील करते हुए यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अन्य जिलों में रोक दिया गया है। वहीं मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रामलला के पट रात 10 बजे तक खुले रखे जाने का निर्णय लिया है।
20 हजार लोगों की कतार… प्रशासन की अपील बेअसर
अयोध्या में सुबह 4 बजे से 20 हजार लोगों की डेढ़ किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है। हालात इस तरह विकट हो गए कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अन्य जिलों से सुरक्षा बल को बुलाना पड़ा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि रामलला मंदिर में स्थापित हो गए हैं। दर्शन के लिए होड़ न लगाएं। बारी-बारी से दर्शन करें। एक साथ यहां आने से स्थिति बिगड़ सकती है, लेकिन अपील का भक्तों पर असर नहीं हो रहा है।