लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)के लिए पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होने वाली है। इससे ठीक पहले एक नया सर्वे (new survey)सामने आया है। सर्वे के मुताबिक, भारत के मतदाताओं की मुख्य चिंता(Main concern of voters) बढ़ती बेरोजगारी (Unemployment)और महंगाई (Dearness)है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत नेता और दुनिया में भारत के बढ़ते कद से लगातार तीसरी बार केंद्र में भाजपा की सरकार बनती दिख रही है।
हिंदू अखबरा ने लोकनीति-सीएसडीएस द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर कहा है कि भारत के 28 में से 19 राज्यों में 10,000 मतदाताओं में से 27% की प्राथमिक चिंता बेरोजगारी थी, जबकि 23% के साथ महंगाई दूसरे स्थान पर थी। सर्वे में शामिल लोगों में से लगभग दो-तिहाई या 62% लोगों ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री के रूप में पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में नौकरियां ढूंढना अधिक कठिन हो गया है।
22% लोगों ने मामना है कि पीएम मोदी के कार्यकाल में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण उसे काफी पसंद आया। केवल 8% ने कहा कि यह उनकी प्राथमिक चिंता थी। सर्वे में यह बात सामने निकलकर आई है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन बेरोजगारी और मुद्रास्फीति इसकी वृद्धि को रोक रही है।
बेरोजगारी दर 2022/23 में 5.4% हो गई, जो पीएम मोदी के सत्ता में आने से ठीक पहले 2013/14 में 4.9% थी। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि खराब कौशल और गुणवत्तापूर्ण नौकरियों की कमी है।
पीएम मोदी ने जनवरी में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा किया। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में लगभग हर चुनाव में इसका वादा देश की जनता से करती थी। सर्वे में शामिल 48% लोगों ने कहा कि राम मंदिर बनने से हिंदुओं का आत्मविश्वास बढ़ा है। वहीं, 79% लोगों ने कहा कि भारत केवल हिंदुओं का नहीं, बल्कि सभी धर्मों के नागरिकों का समान रूप से है।
सर्वें में लोगों से पीएम मोदी की विदेश नीति के बारे में भी पूछा गया। लोगों को पिछले साल भारत द्वारा जी20 बैठक की अध्यक्षता करना और नई दिल्ली द्वारा सितंबर में जी20 नेताओं की मेजबानी करने जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं ने आकर्षित किया। सर्वे में लगभग 8% लोगों ने कहा कि उन्हें भारत की बेहतर अंतरराष्ट्रीय छवि बनाने के लिए सरकार का प्रयास पसंद आया।