खेल और फिटनेस साथ-साथ चलता है। जब तक फिटनेस है खेल जारी रहेगा। चेन्नै सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने माना है कि उम्र बढ़ने के साथ फिटनेस बरकरार रखना आसान नहीं है। फिटनेस अब चुनौती है। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में जीत के बाद कहा कि उम्र बढ़ना और फिट रहना दो सबसे मुश्किल चीजे हैं। उन्होंने कहा कि उम्र के साथ शिथिलता आना स्वाभाविक है। जब आप खेल रहे होते हैं तो ऐसा नहीं चाहते कि कोई आपको अनफिट कहे। कमेंटेटर हर्षा भोगले ने सवालिया लहजे में धोनी से पूछा था कि ‘आप काफी फिट दिख रहे हैं?‘ जिसके जवाब में धोनी ने यह बात कही। विश्व कम विजेता टीम के कप्तान रहे महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा कि ‘मुझे युवा खिलाड़ियों की बराबरी करनी होती है, वे काफी दौड़ते हैं लेकिन यह हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। नये खिलाड़ियों के फिटनेस के साथ तालमेल बनाये रखना काफी चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि परफॉर्मेंस का उम्र से कोई लेना-देना नहीं है। धोनी ने कहा कि मैं जब 24 का था, तब भी परफॉर्म करने की गारंटी नहीं दे सकता था। मैं 40 की उम्र में भी परफॉर्मेंस की गारंटी नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि अगर लोग ये कह कर मुझपर सवाल नहीं उठा सकते कि ये अनफिट है तो मेरे लिए यह पॉजिटिव बात है।
धोनी ने मैच के बाद कहा कि दीपक चाहर और सैम करन ने पॉवरप्ले में अच्छी गेंदबाजी की। दीपक थोड़ा और फुल व स्विंग गेंदबाजी कर सकते थे। उन्होंने बीच में नकल और स्लोअर गेंद शुरू करना दिया। लेकिन यह गेम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पांच अच्छे गेंदबाज हैं और हमें शायद छठे गेंदबाज की जरूरत भी नहीं। हमारे पास छठे गेंदबाज के रूप में मोइन अली जैसे छठे गेंदबाज हैं जो कि ना सिर्फ विकेट ले रहे। रन भी रोक रहें और रन भी बना रहें।
ज्ञात हो कि चेन्नै ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट पर 188 रन का स्कोर बनाया था। इसके बाद उसने राजस्थान को 20 ओवर में नौ विकेट पर 143 रनों पर रोक दिया। चेन्नै की तीन मैचों की यह दूसरी जीत है। चेन्नै को अब उसके चार अंक हो गए हैं और वह तालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। राजस्थान को तीन मैचों में दूसरी हार का सामना करना पड़ा है और वह तालिका में छठे नंबर पर है। धोनी से उनकी टीम को काफी उम्मीद है।