भाई-भाई का रिश्ता अटूट (Unbreakable Relationship) होता है. अगर भाई से दूसरे भाई को वास्तव में सच्चा लगाव है तो वह उसके बिना रह नहीं सकता. कुछ ऐसा ही हुआ है राजस्थान के शेखावाटी इलाके के सीकर (Sikar) जिले में. यहां छोटे भाई की हार्ट अटैक से मौत होने के बाद बड़ा भाई इस दुख का सह नहीं सका और कुछ देर बाद में उसने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. हैरानी की बात यह है कि छोटे भाई की मौत जहां हार्ट अटैक से हुई थी वहीं बड़े भाई के भी दिल का ही दौरा पड़ा.
एक परिवार में दो भाइयों की मौत हो जाने से उनके परिवार में कोहराम मच गया. आज दोनों भाइयों को एक साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. मामला सीकर जिले के रामगढ़ शेखावाटी कस्बे से जुड़ा है. रामगढ़ के वार्ड नं. 13 में स्थित नटवरजी के मंदिर मोहल्ले में शहर काजी नियाज अहमद (65) रहते थे. नियाज अहमद का शनिवार शाम को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. इसकी सूचना जैसे ही उनके बड़े भाई जमील अहमद (70) को मिली तो वे तुरंत छोटे भाई के घर पहुंचे. वहां छोटे भाई का शव देखते ही वे रोने लगे और उनकी तबीयत खराब हो गई. इस पर उनको दवा आदि देने के लिए वहां से वापस उनके घर ले जाया गया.
बताया जा रहा है कि वापस अपने घर पहुंचते ही जमील अहमद ने बोलना बंद कर दिया. इसी बीच उनको भी हार्ट अटैक आ गया और उन्होंने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. नियाज अहमद के बाद बड़े भाई जमील अहमद की मौत ने परिवार वालों को तोड़ दिया और वहां कोहराम मच गया. जमील अहमद का बेटा दुबई में मजदूरी करता है. परिजन उसका इंतजार कर रहे हैं. उसके आने के बाद दोनों भाइयों को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
एक ही परिवार के दो भाइयों की मौत हो जाने से कस्बे में शोक की लहर छा गई. लोगों और परिजनों के मुताबिक दोनों भाई एक दूसरे के बेइंतहा प्रेम करते थे. कोई भी बड़ा से बड़ा और छोटे से छोटा काम हो दोनों भाई साथ-साथ रहते थे. दोनों हमेशा एक साथ रहे और एक साथ ही दुनिया से रुखसत हो गए. ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जब भाई के गम में भाई दुनिया ही छोड़ देता है.