उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पांचवें चरण का मतदान हो चुका है। छठे और सातवें चरण के लिए चुनाव प्रचार तेज हो गया है। प्रतापगढ़ के कुंडा में रविवार को 5वें चरण के मतदान के दौरान सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के काफिले पर जानलेवा हमला हुआ था। यह राजनीतिक लड़ाई अब सीधे-सीधे राजा भैया और अखिलेश यादव के बीच आकर सार्वजनिक हो गई है। गुलशन यादव राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। अखिलेश और राजा भैया दोनों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है। दोनों ने ट्वीट कर तल्ख बयानबाजी किया है। सुबह राजा भैया ने कहा कि न तो प्रदेश में सपा की सरकार बन रही है न ही वे अखिलेश यादव को सीएम बनने देंगे। जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि शीशे तोड़ने से हौसले नहीं तोड़े जा सकते, कुंडा अब गुलशन से ही गुलशन होगा!
रविवार को आरोप लगाया गया कि गुलशन पर हमला राजा भैया की पार्टी जनता दल लोकतांत्रिक के कार्यकर्ताओं ने हमला किया है। हमले में पुष्पेंद्र सिंह का नाम सामने आ रहा है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। फिलहाल गुलशन यादव अपने घर पर सुरक्षित हैं। इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतापगढ़ में जनसभा में कुंडा में कुंडी लगाने का बयान दिया था जिस पर राजा भैया ने पलटवार किया था। राजा भैया ने कहा कि ऐसा करने वाला कोई माई का लाल अभी तक पैदा नहीं हुआ है। राजा भैया ने सीधे अखिलेश को चुनौती देते हुए कहा कि वह सरकार में नहीं आने वाले हैं और न सरकार आने दूंगा।
कभी राजा भैया और गुलशन यादव थे करीबी
अखिलेश यादव ने कुंडा से राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव को कुंडा से प्रत्याशी बनाया है। गुलशन यादव, राजा भैया के पोटा केस में गवाह की हत्या के बाद चर्चा में आये। यहीं से गुलशन और राजा भैया में संपर्क बढ़ा। राजा भैया के समर्थन के बाद ही गुलशन यादव प्रधान और फिर कुंडा नगर पंचायत के चेयरमैन बने। राजा भैया के सपा से जाने के बाद भी गुलशन यादव पार्टी में बने रहे। इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने करीब 25 साल बाद कुंडा में राजा भैया के खिलाफ पार्टी का उम्मीदवार खड़ा कर दिया था।