कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hudda) ने रविवार को कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर चल रहे विवाद में कथित तौर पर उन्हें और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) के नाम को घसीटने पर वह इस खेल प्रशासक के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने पर विचार कर रहे हैं।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग भी दोहराई। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया जैसे देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने और ‘तानाशाह’ की तरह काम करने का आरोप लगाया गया है।
रोहतक में पत्रकारों से बात करते हुए हुड्डा ने कहा कि सिंह ने अनावश्यक रूप से इस मामले में उन्हें और उनके बेटे तथा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम घसीटा है। उन्होंने कहा कि वह डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने पर विचार कर रहे हैं।
इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा था, ‘विरोध करने वाले खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथों का खिलौना बन गए हैं। कांग्रेस ने लगभग तीन दशक पहले भी इस तरह की साजिश मेरे खिलाफ रची थी।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले कहा था कि यह साजिश है और इसके पीछे बड़ी ताकत हैं. अब ये ताकतें खुलकर सामने आ रही हैं।’
हुड्डा ने कहा कि खिलाड़ी देश का गौरव हैं और उन्हें न्याय मिलना चाहिए। हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘उन पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि संदीप सिंह इस्तीफा दें।’