केंद्र पोषित योजना के तहत उत्तराखंड में तीन नए मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स शुरू करने के लिए सरकार की स्वीकृति दे दी है। इससे प्रदेश के युवाओं को मेडिकल शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा प्रदेश के 60 आयुर्वेद चिकित्सालयों में योग एवं वेलनेस की चिकित्सा सुविधा शुरू की जाएगी। एलोपैथी चिकित्सा में इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड (आईपीएचएस) के मानकों को लागू करने के लिए डॉक्टरों, पैरामेडिकल व अन्य संवर्ग के पदों को चिन्हित किया जा रहा है।
राज्यपाल के अभिभाषण में कोविड-19 महामारी की रोकथाम व बचाव के लिए सरकार की ओर से किए स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजाम व भावी स्वास्थ्य योजनाओं का जिक्र किया गया। केंद्रीय पोषित योजना के तहत हरिद्वार, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेजों में 100-100 सीटों पर एमबीबीएस कोर्स संचालित किया जाएगा।
वहीं, विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से हल्द्वानी, रुद्रपुर, पिथौरागढ़, देहरादून, श्रीनगर मेडिकल कालेज में आधुनिक सीटी स्कैन मशीनें स्थापित की जा रही है। राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर में सात विशेषज्ञ चिकित्सा कोर्स में सरकार ने पोस्ट एमबीबीएस डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है।
ये हुए निर्णय
– राजकीय मानसिक चिकित्सालय देहरादून में 100 बेड क्षमता का अस्पताल बनाने को 10 करोड़ की राशि जारी।
– हर्रावाला में 300 बेड का कैंसर एवं मैटरनिटी हाॅस्पिटल का निर्माण कार्य शुरू।
– राजकीय कोरोनेशन चिकित्सालय का विस्तारीकरण कर 100 अतिरिक्त बेड का चिकित्सालय भवन का निर्माण।
– स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्सों के 1020 पद सृजित कर तैनाती कर चल रही प्रक्रिया।
– कोविड वैक्सीन के लिए स्टोर कीपर, कोल्ड चेन को मोबाइल एप व वेब आधारित इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क से दिया जाएगा प्रशिक्षण
– टेलीमेडिसिन के लिए ई-संजीवनी का पैनल तैयार।
– प्रदेश के 16 अस्पतालों में चल रहा केंद्रीयकृत ऑक्सीजन पाइपलाइन का निर्माण कार्य।
– कोविड के लिए अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में बनेंगे 180 आईसीयू बेड।