उत्तरप्रदेश की 10 सीट और उत्तराखंड की एक सीट के लिए राज्यसभा चुनाव की घोषणा हो गई है. इसके लिए 9 नवम्बर को मतदान होगा. राज्यसभा चुनाव के लिए 20 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक नामंकन होगा. इन सीटों पर कार्यकाल 25 नवंबर को खत्म हो रहा है. उत्तर प्रदेश में सपा से 4 सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. जिनमे सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, डॉ चंद्रपाल, जावेद अली और रवि प्रकाश वर्मा. सपा इन चुनाव में केवल एक सीट ही जीत पाएगी. ऐसे में प्रोफेसर रामगोपाल वर्मा दोबारा से सपा के राज्यसभा के लिए उम्मीदवार हो सकते हैं. बसपा के राजाराम और वीर सिंह है लेकिन बसपा के पास जरूरी सीट न होने की वजह से उसका कोई भी उम्मीदवार राज्यसभा के चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सकेगा.
10 सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो सकता है बीजेपी से राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी और पूर्व पीएम चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है. ऐसे में अगर बीजेपी दोबारा से इनको अपना उम्मीदवार बनाती है तो आसानी से ये चुनाव जीत लेंगे. कांग्रेस के लिए दोहरी परेशानी है क्योंकि पीएल पुनिया का जहां उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद के रूप में कार्यकाल खत्म हो रहा, वहीं उत्तराखंड से कांग्रेस के ही राजबब्बर का कार्यकाल खत्म हो रहा है. लिहाजा दोनों जगह कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल न होने के कारण उनका कोई उम्मीदवार राज्यसभा के लिए नहीं चुना जाएगा. उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश को मिलाकर राज्यसभा की 11 सीटें खाली हो रही हैं जिसमें 10 सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो सकता है.