उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा (Minister Mohsin Raza) ने कहा है कि वे मुस्लिम समाज से आते हैं लेकिन उनसे बड़ा हिन्दुत्ववादी कोई नहीं है. एक निजी कार्यक्रम में उन्नाव पहुंचे मोहसिन रजा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उठाए गए हिन्दू और हिन्दुत्ववादी(Hindutva) शब्दों पर खुलकर अपनी राय रखी.
उन्होंने कहा, ”मोहसिन रजा हिंदुत्ववादी हैं, हिंदुस्तान (India) में रहते हैं, हिंदुत्ववादी हैं.” उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी वही होगा जो हिंदू संस्कृति(Culture) में जीया होगा, हिंदू संस्कृति, सनातन संस्कृति को मानता होगा, मैं मुस्लिम समाज से आता हूं मुझ से बड़ा हिंदुत्ववादी कोई नहीं है.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से अपनी हर रैलियों में हिन्दू और हिन्दुत्ववादी का फर्क समझा रहे हैं. राहुल ने शनिवार को अमेठी में कहा था हिन्दू सत्य के लिए लड़ता है जबकि हिन्दुत्ववादी नफरत फैलाता है. उन्होंने महात्मा गांधी को हिन्दू और नाथूराम गोडसे को हिन्दुत्ववादी कहा था. मोहसिन रजा ने उनके इसी बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
मोहसिन रजा ने कहा कि अगर हमें सर्व समाज को लेकर चलना है तो हमें हिंदुत्ववादी होना चाहिए, क्योंकि हिंदुत्ववादी वही होगा जो हिंदू संस्कृति में जीया होगा. हिंदू संस्कृति और अब सनातन संस्कृति को मानता होगा. उन्होंने कहा, “मैं मुस्लिम समाज से आता हूं लेकिन मुझ से बड़ा हिंदुत्ववादी कोई नहीं है.” मोहसिन रजा ने कहा कि राहुल गांधी को यही नहीं पता है कि हमारी संस्कृति हिंदू है. एक-एक व्यक्ति इसी संस्कृति में जी रहा है, तो वह हिंदुत्ववादी ही होगा.”
योगी सरकार(Yogi Sarkar) में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि अगर आप अपराधियों के साथ में रहते हैं, आप आतंकियों के साथ रहते हैं, आप आतंकवादी सोच के लोगों के साथ रहते हैं तो आपकी सोच और हो सकती है. इसलिए हिंदुत्ववादी लोग आपको नहीं पसंद हैं, बल्कि आतंकवादी पसंद हैं.
अपराधियों पर लगाम है तभी अखिलेश परेशान हैं- रजा
मोहसिन रहा ने आज पूर्व सीएम अखिलेश के करीबियों के घरों पर पड़े छापे के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में अपराधियों पर लगाम है तभी अखिलेश परेशान हैं. यह लोग अपराधी को महिमा मंडित करते हैं. इनकम टैक्स की जो कार्रवाई हो रही है वो कानूनन है, ये लोग इस पर भी सवाल उठाते हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग आतंकियों को पकड़ने पर पुलिस पर प्रश्न खड़ा करते हैं. यह सब निजी स्वार्थ पर आधारित परिवारवाद पर चलने वाली पार्टियां थीं अब इनका समय समाप्त हो चुका है.